रांची: फुलखोंसी के साथ प्रकृति पर्व सरहुल संपन्न हो गया. गुरुवार को पाहनों ने घर-घर जाकर सभी लोगों को अबीर-गुलाल लगाया और सखुआ फूल देकर आशीर्वाद दिया. वे सूप में लेकर इसे आये थे. कई लोगों ने सखुआ फूल को घरों में भी लगवाया, ताकि भूत-प्रेत व नजर दोष नहीं लगे.
फूलखोंसी के बाद घर के सभी सदस्यों ने पाहनों से आर्शीवाद लिया और उन्हें दक्षिणा स्वरूप रुपये, कपड़े सहित अन्य सामाग्री दी. वहीं विभिन्न मुहल्लों में भी लड़कों ने सूप में अबीर-गुलाल व सखुआ फूल लेकर एक-दूसरे के घरों में गये और अपने सगे-संबंधियों को लगाया व अपने से बड़ों का आर्शीवाद लिया.
दिन भर लोगों का एक-दूसरे के घरों में आना जाना लगा रहा. सरहुल के गीत बजते रहे, जिस पर युवा व युवती नाच रहे थे. वहीं लोगों के घरों में आज विशेष पकवान आदि भी बने थे. कई लोगों ने नवान्न के बाद नयी सब्जी कटहल सहित अन्य सामाग्री का उपयोग भी किया.