23.1 C
Ranchi

BREAKING NEWS

Advertisement

शिक्षा विभाग को नहीं पता निजी स्कूलों के नाम

रांची : स्कूली शिक्षा एवं साक्षरता विभाग को झारखंड के मान्यता प्राप्त निजी स्कूलों का नाम व पता की जानकारी नहीं है. विभाग का कहना है कि सीबीएसइ बोर्ड द्वारा संचालित विद्यालयों का नियंत्री पदाधिकारी सीबीएसइ के सचिव होते हैं. सीबीएसइ स्कूल के बारे में जानकारी सीबीएसइ बोर्ड दिल्ली से प्राप्त की जा सकती है. […]

रांची : स्कूली शिक्षा एवं साक्षरता विभाग को झारखंड के मान्यता प्राप्त निजी स्कूलों का नाम व पता की जानकारी नहीं है. विभाग का कहना है कि सीबीएसइ बोर्ड द्वारा संचालित विद्यालयों का नियंत्री पदाधिकारी सीबीएसइ के सचिव होते हैं. सीबीएसइ स्कूल के बारे में जानकारी सीबीएसइ बोर्ड दिल्ली से प्राप्त की जा सकती है. आइसीएसइ बोर्ड से मान्यता प्राप्त स्कूल के बारे में भी बोर्ड के दिल्ली कार्यालय से जानकारी प्राप्त की जा सकती है.
इस संबंध में स्कूली शिक्षा एवं साक्षरता विभाग से सूचना के अधिकार के तहत जानकारी मांगी गयी थी. विभाग ने इस संबंध में कोई जानकारी उपलब्ध नहीं होने की बात कही. विभाग ने निजी स्कूलों में एनसीइआरटी की जगह निजी प्रकाशकों की पुस्तक से पढ़ाई के मामले में किसी भी स्कूल पर की कार्रवाई की जानकारी नहीं होने की बात कही है. इस संबंध में डॉ सत्यप्रकाश मिश्रा ने विभाग से सूचना के अधिकार के तहत जानकारी मांगी थी.
विभाग देता है एनओसी
राज्य में सीबीएसइ व आइसीएसइ बोर्ड से मान्यता के लिए स्कूलों को पहले स्कूली शिक्षा एवं साक्षरता विभाग से एनओसी लेना होता है. इसके लिए स्कूल प्रबंधन की ओर से प्रस्ताव विभाग में जमा किया जाता है. विभाग द्वारा संबंधित जिला के जिला शिक्षा पदाधिकारी के स्तर से इसकी जांच करायी जाती है. जिला शिक्षा पदाधिकारी जांच रिपोर्ट विभाग को भेजते हैं. डीइओ द्वारा दी गयी जांच रिपोर्ट के आधार विभाग आगे की कार्रवाई करता है.
विभाग से एनओसी प्राप्त होने के बाद ही विद्यालय प्रबंधन संबंधित बोर्ड में मान्यता के लिए अावेदन जमा करता है. राज्य सरकार से एनओसी नहीं मिलने पर बोर्ड से मान्यता नहीं मिल सकती है. स्कूल की ओर से एनओसी के लिए जो प्रस्ताव जमा किया जाता है, उसमें स्कूल के बारे में पूरी जानकारी दी जाती है. स्कूल के नाम से लेकर पता व अन्य संसाधन के बारे में भी स्कूली शिक्षा एवं साक्षरता विभाग को जानकारी दी जाती है. विभाग द्वारा समय-समय पर निजी स्कूल के प्राचार्यों के साथ बैठक भी की जाती है.

Prabhat Khabar App :

देश, एजुकेशन, मनोरंजन, बिजनेस अपडेट, धर्म, क्रिकेट, राशिफल की ताजा खबरें पढ़ें यहां. रोजाना की ब्रेकिंग हिंदी न्यूज और लाइव न्यूज कवरेज के लिए डाउनलोड करिए

Advertisement

अन्य खबरें

ऐप पर पढें