धनेश्वर प्रसाद, कुजू
जहां एक ओर खेल के क्षेत्र में युवा प्रतिभाओं को बेहतर मंच देने के लिए राज्य व केंद्र सरकार कई कार्य कर रही है. लेकिन क्षेत्र के मुरपा स्थित तरवाटांड़ में बड़ी मात्रा में गैरमजरूआ भूमि खाली पड़ी है जो इस क्षेत्र के लिए कई दशक से एक मात्र खेल का मैदान है. जहां प्रति दिन युवा खिलाड़ी खेल का अभ्यास करते हैं. इस मैदान में विभिन्न बड़े राजनीतिक दलों का कार्यक्रम भी होते आये हैं.
हाल के दिनों में मांडू अंचल के द्वारा तहसील कचहरी व कर्मचारी आवास बनाने का निर्णय लिया गया है. अगर अंचल कर्मियों द्वारा तहसील कचहरी व कर्मचारी आवास का निर्माण किया गया तो सवाल उठता है कि नौनिहालों व युवा प्रतिभा अपने खेल का अभ्यास कहां करेंगे. हालांकि अंचल कर्मियों के इस निर्णय को स्थानीय ग्रामीणों ने पूरजोर रूप से विरोध किया है.
उनका कहना है कि जिला पदाधिकारी, प्रखंड व अंचल के अधिकारी, कर्मी आयेंगे और चले जायेंगे लेकिन भूमि रहेगी तभी तो यहां के युवा प्रतिभा खेल के क्षेत्र में अपना भविष्य निखार पायेंगे. ग्रामीणों का कहना है कि इस क्षेत्र में कई ऐसे स्थान हैं जहां पर गैरमजरुआ भूमि खाली है और भूमि माफिया के कब्जे में है. इसके बावजूद अंचल कर्मी तरवाटांड़ में ही निर्माण कार्य कराने पर अड़े हैं.
मैदान के अभाव के कारण क्षेत्र के युवा की प्रतिभा क्षेत्र में दम तोड़ रहा है
सरकार द्वारा खेल नीति बनाकर खिलाड़ियों को आगे बढ़ाने के लिए नये-नये तरीकों से उचित मंच देने के दावे किये जा रहे हैं. लेकिन युवा खिलाड़ियों के लिए ऐसा एक भी सरकारी मैदान नहीं है जहां खिलाड़ी अपना अभ्यास कर सके. ऐसे स्थिति में युवा खिलाड़ी इन उबड़-खाबड़ मैदानों में खेलने के लिए मजबूर हैं. ज्ञात हो कि तरवाटांड़ कुजू तीनों पंचायत में एक मात्र खेल का मैदान है. वहां पर तहसील कचहरी व कर्मचारी आवास बनाने की योजना है. गत 16 जुलाई व उससे पहले दो बार ग्रामीण इसका विरोध कर चुके है.
प्रभात खबर ने भी उक्त तरवाटांड़ स्थित खेल मैदान के बारे में प्रमुखता से खबर प्रकाशित की थी. जिसमें खेल मैदान के अभाव में दम तोड़ रही युवा प्रतिभा शीर्षक के तहत उक्त मैदान का जिक्र किया था. इस संबंध में मांडू अंचलाधिकारी राकेश कुमार श्रीवास्तव से सरकारी व निजी फोन नंबर पर संपर्क साधने का प्रयास किया गया. लेकिन उक्त मशले पर किसी तरह की कोई बात नहीं हो सकी.