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पीटीआर के 168 गांवों का किया जायेगा विकास
बिजलीविहीन गांव में सोलर एनर्जी से बिजली की आपूर्ति का प्रस्ताव बेतला : पलामू टाइगर रिजर्व को बचाने में कोई कसर नहीं छोड़ा जायेगा. इसके लिए जो सभी संभव कदम होगा उठाया जायेगा. जंगल के पेड़ पौधे व वन्य प्राणियों को बचाने के अलावा जंगल से सटे गांवों के विकास की गति तेज की जायेगी. […]
बिजलीविहीन गांव में सोलर एनर्जी से बिजली की आपूर्ति का प्रस्ताव
बेतला : पलामू टाइगर रिजर्व को बचाने में कोई कसर नहीं छोड़ा जायेगा. इसके लिए जो सभी संभव कदम होगा उठाया जायेगा. जंगल के पेड़ पौधे व वन्य प्राणियों को बचाने के अलावा जंगल से सटे गांवों के विकास की गति तेज की जायेगी. पीटीआर के 168 गांवों के विकास को प्राथमिकता दी जायेगी. यह बातें जिला प्रभारी मंत्री सरयू राय ने पीटीआर के संबंध में आयोजित बैठक को संबोधित करते हुए कही. बैठक में कई प्रस्ताव लिये गये और उन्हें पारित किया गया.
बैठक में वन विभाग के सचिव के अलावा पीसीसीएफ, प्रधान वन संरक्षक सहित कई वन विभाग के पदाधिकारियों के अलावा जिला प्रशासन के पदाधिकारियों ने भाग लिया. बैठक में यह निर्णय लिया गया कि गांवों के विकास के लिए लातेहार उपायुक्त की अध्यक्षता में डीएफओ, डीडीसी, एसडीओ के अलावा जिला कृषि पदाधिकारी, जिला मतस्य पदाधिकारी, जिला पशुपालन पदाधिकारी व अन्य पदाधिकारियों की एक कमेटी बनेगी, जो प्रत्येक डेढ़ माह में बैठक कर पीटीआर के गांवों के विकास की समीक्षा करेंगे.
निर्देश दिया गया कि डीडीसी, डीएफओ व एसडीओ मिलकर बैठक करें और पीटीआर के गांवों के विकास के लिए प्लान बनायें. बैठक के लिए 27 मई को तिथि तय की गयी. बैठक में पीटीआर के क्षेत्र निदेशक एमपी सिंह ने पीटीआर की समस्याओं से अवगत कराया.
उन्होंने बताया कि पीटीआर से गुजरने वाली रेलवे लाइन से जानवरों को क्षति पहुंच रही है.
महुआडांड़ से दुबियाखाड़ तक के पथ को एनएच का दर्जा देने का प्रस्ताव लिया गया है, जिससे जंगल चार हिस्सों में बंट जायेगा. इसलिए इस पर गंभीरता से विचार करने की जरूरत है. उन्होंने इसके लिए चियांकी से लातेहार तक एनएच 75 से सटी रेलवे लाइन बिछाने का प्रस्ताव रखा, ताकि मालगाड़ियों का उसी रूट से आवागमन हो सके.
बैठक में यह भी बताया गया कि मंडल डैम के निर्माण होने से आठ गांव प्रभावित होंगे, जिसमें तीन गांव पूरी तरह से डूब जायेंगे. जबकि पांच गांव आंशिक रूप से डूबेंगे. उन गांवों के वर्तमान स्थिति के बारे में जानने के लिए प्रस्ताव पारित किया गया. वहीं बिजली की तार से जानवरों को परेशानी न हो इसलिए पीटीआर के जिन गांवों में बिजली नहीं पहुंच पायी है, वहां सोलर एनर्जी के माध्यम से बिजली की आपूर्ति कराने का प्रस्ताव पारित किया गया.
पीटीआर में वनरोपण का कार्य नहीं होने पर चिंता जाहिर की गयी. लातेहार वनरोपण को यह निर्देश दिया गया कि पीटीआर में भी वन रोपण का कार्य करें. इसके लिए कम से कम दो स्थायी पौधशाला लगाने का प्रस्ताव पारित किया गया.
बैठक में सचिव श्री सिंह ने पलामू टाइगर फाउंडेशन द्वारा कराये गये कार्यों की जानकारी ली और कई निर्देश दिये. उन्होंने फाउंडेशन के अध्यक्ष सह पीटीआर के क्षेत्र निदेशक एमपी सिंह को कहा कि कई ऐसे प्रस्ताव हैं जिसे फाउंडेशन द्वारा पूरा कराया जा सकता है. इसके लिए वे स्वतंत्र हैं. यदि जिला प्रशासन की मदद की जरूरत है, तो उसकी भी मदद ली जायेगी.
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