स्वास्थ्य मंत्री के खिलाफ झारखंड नवनिर्माण मोरचा ने खोला मोरचा
मेदिनीनगर : झारखंड नवनिर्माण मोरचा ने राज्य के स्वास्थ्य मंत्री रामचंद्र चंद्रवंशी व उनके ट्रस्ट के खिलाफ लगे आरोपों की जांच की मांग की है. प्रेस कांफ्रेंस में मोरचा प्रमुख अभिमन्यु कुमार सिंह ने कहा है कि यदि सरकार इस मामले की जांच नहीं कराती है, तो इस सवाल को लेकर मोरचा सड़क पर उतर कर आंदोलन तेज करेगी. क्योंकि यह मामला जनता से जुड़ा हुआ है.
जनता के प्रतिनिधि जनता के हक को मारने में लगे हैं, इस तरह के संवेदनशील मुद्दों पर सरकार को गंभीर होना चाहिए. लेकिन अभी तक की जो स्थिति है, उससे जनता निराश है, इसलिए सरकार की साख बचाने के लिए मुख्यमंत्री को पहल करनी चाहिए.
मोरचा प्रमुख श्री सिंह ने बयान जारी कर कहा है कि मंत्री की संस्था रामचंद्र चंद्रवंशी वेलफेयर ट्रस्ट द्वारा अस्पताल के संबंध में झूठी रिपोर्ट दी गयी, जब यह मामला प्रकाश में आया तो उनके ट्रस्ट के द्वारा पॉलिटेक्निक कॉलेज को अस्पताल का रूप दिया गया. आनन-फानन में वहां बेड लगाये गये. सत्ता की शक्ति लगा कर दूसरे जगहों से डॉक्टर लाये गये, पर यह सच है कि मामला सामने आने के पहले नावाडीह कला में कोई अस्पताल नहीं था. ट्रस्ट द्वारा झूठी रिपोर्ट दी गयी.
इसके अलावा भी ट्रस्ट के द्वारा कई शैक्षणिक संस्थान चलाये जा रहे हैं, यदि इन सबकी भी जांच हो तो चौंकानेवाले तथ्य उभर कर सामने आ सकते हैं. श्री सिंह ने कहा कि जिस तरह पॉलिटेक्निक कॉलेज को अस्पताल का रूप देने के लिए सक्रियता दिखायी गयी, यदि उतना विश्रामपुर विधानसभा क्षेत्र की जनता के लिए सोचा जाता, तो इलाके का भला हो जाता. लेकिन मंत्री श्री चंद्रवंशी हो या उनका ट्रस्ट उसकी चिंता के केंद्र में विश्रामपुर विधानसभा क्षेत्र की जनता नहीं है, बल्कि वह स्वयं अपने लिए ही सोच रहे हैं.
यही कारण है कि क्षेत्र की जनता बदहाल है. मोरचा ने कहा कि मंत्री श्री चंद्रवंशी के पूर्व पीए सत्येंद्र सिंह के कार्यों की भी जांच हो, उनके द्वारा भूमि के लिए जो कार्य किये गये हैं, या रिपोर्ट दी गयी है, यदि उसकी भी निष्पक्षता से जांच हो तो कई काले कारनामे सामने आयेंगे. मोरचा ने कहा है कि यदि इस मामले में सरकार ने जांच नहीं की तो मोरचा आंदोलन शुरू करेगा.