मेदिनीनगर : तरबूजा व्यवसायी पिंटू कुमार से निगम के राजस्व के नाम पर राशि लेकर अपना पॉकेट गरम करने वाले सफाई जमादार सेरान खान पर कार्रवाई की गाज गिरेगी. इस मामले को लेकर मेदिनीनगर नगर निगम की मेयर अरुणा शंकर व डिप्टी मेयर राकेश सिंह उर्फ मंगल सिंह ने सख्त रुख अख्तियार किया है. कार्यपालक पदाधिकारी विनित कुमार को इस मामले में कार्रवाई करने के लिए कहा गया है.
साथ ही यह भी कहा गया है कि इस तरह के मामले की गहनता के साथ जांच हो. यह देखा जाये कि पूर्व में भी क्या किसी कर्मी के द्वारा इस तरह का कार्य किया गया है. यदि किया गया है, तो वैसे कर्मियों को भी चिह्नित कर कार्रवाई करें, ताकि इस तरह के कार्य संस्कृति पर रोक लगे. मालूम हो कि शनिवार को मेदिनीनगर नगर निगम के कार्यपालक पदाधिकारी विनित कुमार कचहरी रोड में औचक निरीक्षण किया था. कार्यपालक पदाधिकारी श्री कुमार यह जानने निकले थे कि आखिर तरबूज व्यवसायियों ने नोटिस जारी होने के बाद भी अभी तक निगम कार्यालय में राजस्व जमा क्यों नहीं कराया है.
इस पर एक व्यवसायी पिंटू कुमार ने कार्यपालक पदाधिकारी के समक्ष यह खुलासा किया कि उसने राजस्व की राशि 18 हजार रुपये सफाई जमादार सेरान खान को 15 दिन पहले ही दे दिया है. क्योंकि सफाई जमादार ने यह कहा कि निगम कार्यालय से भेजा गया है. टैक्स नहीं देने से मुश्किल में पड़ जाओगे. इसलिए उसके द्वारा एक मुश्त 18 हजार रुपया दे दिया. सफाई जमादार ने कहा था कि अब निगम कार्यालय में जाने की जरूरत नहीं है.
वह स्वयं लाकर रसीद दे देंगे. रसीद तो नहीं मिला,लेकिन मामले की जांच करने उसके दुकान पर कार्यपालक पदाधिकारी पहुंच गये थे. उनके समक्ष इस पूरे मामले का खुलासा हुआ था, जिसके बाद कार्यपालक पदाधिकारी ने मामले की जांच कर कार्रवाई की बात कही थी. इस खबर को प्रभात खबर ने प्रमुखता के साथ प्रकाशित किया था.
खबर प्रकाशित होने के बाद इस मामले को लेकर मेयर व डिप्टी मेयर ने कार्यपालक पदाधिकारी को कहा कि इस मामले में कड़ी कार्रवाई होनी चाहिए, ताकि इस तरह की कार्य संस्कृति पर रोक लगे. साथ ही इसकी भी जांच की जाये कि अन्य तरबूज व्यवसायियों से राशि ली गयी है या नहीं. इस मामले में मेयर श्रीमती शंकर ने तीन दिनों के अंदर मामले की जांच कर सफाई जमादार सेरान खान को बर्खास्त करने का निर्देश दिया है.