मेदिनीनगर : निर्णय तब लिया गया था, जब गरमी प्रचंड थी. उस निर्णय का अनुपालन बरसात शुरू होने से पहले हो जायेगा, इसे लेकर भी संदेह है. मामला शहर के दो इंटकवेल के सफाई से जुड़ा हुआ है. इंटक वेल में बालू भरा हुआ है.
नगर पर्षद की पहली बैठक 15 मई को हुई थी, जिसमें यह तय हुआ था कि पेयजल व स्वच्छता विभाग शिवाला घाट तथा मुसलिम नगर के इंटक वेल की सफाई करा कर जलापूर्ति शुरू करेगी. यह काम युद्धस्तर पर करना था. एक सप्ताह के अंदर काम पूरा कर नगर पर्षद को रिपोर्ट करनी थी. मियाद पूरी होने के एक दिन पहले विभाग की नींद खुली.
21 मई को पेयजल व स्वच्छता विभाग के सहायक अभियंता नवीन भगत ने इंटक वेल का निरीक्षण किया. कहा था कि दो दिन के अंदर काम शुरू हो जायेगा. लेकिन ऐसा नहीं हो सका. पांच जून तक काम शुरू नहीं हुआ था.
सरकार भी यह मानती है कि 15 जून के बाद बरसात आ जाता है. मतलब साफ है कि जिस तरह विभागीय प्रक्रिया चल रही है, उससे मानसून आ जायेगा, लेकिन विभाग इंटक वेल की सफाई नहीं करा पायेगा.