पाकुड़ : सदर प्रखंड के मालपहाड़ी पत्थर औद्योगिक क्षेत्र में सोमवार को क्रशर व खदान कंपनी के मनमानी के विरोध में सैकड़ों मजूदरों ने अपने मांगों के समर्थन में काम-काज ठप कर दिया. मालपहाड़ी पंचायत के मुखिया मंगल हांसदा की अध्यक्षता में सैकड़ों मजदूरों ने सोमवार को एक बैठक की.
बैठक में मालपहाड़ी औद्योगिक क्षेत्र में कार्य कर रहे मजदूरों की हो रही शोषण के विरुद्ध आंदोलन के रणनीति तय की गयी तथा कंपनी द्वारा जब तक मांगें पूरी नहीं की जाती तब तक के लिए काम-काज ठप रखने का निर्णय लिया गया. मालपहाड़ी मुखिया मंगल हांसदा ने पत्रकारों को जानकारी देते हुए कहा कि मालपहाड़ी क्षेत्र में लगभग 300 क्रशर मशीन व खदान है.
लेकिन प्रतिदिन कार्य कर रहे मजदूरों को लगातार शोषण किया जा रहा है. कंपनी द्वारा मजदूरों को बगैर जानकारी दिये ही पिछले 21 दिसंबर से काम बंद कर दिया गया था. अचानक सोमवार को कार्य चालू कर दिया गया.
उन्होंने कहा कि पिछले छह दिनों का जब तक मजदूरों को भुगतान नहीं कर दिया जाता है, तब तक एक छटाक भी पत्थर यहां से जाने नहीं देंगे. उन्होंने कहा कि मजदूर जान हथेली पर रख कर कार्य करते हैं. कंपनी द्वारा मात्र 130 रुपया प्रतिदिन भुगतान किया जाता है. उन्होंने कहा कि पत्थर खदान में कार्य करने वाले मजदूरों का अब तक कंपनी द्वारा कार्ड नहीं बनाया गया है. उन्होंने कहा कि जब तक कंपनी द्वारा कोई ठोस निर्णय नहीं लिया जाता है, तब तक के लिए काम-काज ठप रहेगा.
मजदूरों की सुरक्षा को लेकर खदान व क्रशर मालिक नहीं हैं गंभीर
मालपहाड़ी पत्थर औद्योगिक क्षेत्र में प्रतिदिन सैकड़ों मजदूर पत्थर खदान व क्रशर में कार्य करते हैं. लेकिन मजदूरों के न तो कार्ड बनाये गये हैं और न ही सुरक्षा के दृष्टिकोण से किसी प्रकार की सामग्री उपलब्ध करायी गयी है. मजदूर जान हथेली पर रख कर प्रतिदिन कार्य करते हैं. इस दिशा में न तो जिला प्रशासन और न ही श्रम विभाग मजदूरों के हित में कुछ करते हैं.