फरक्का : एक मई को मालदा रेल खंड पर खाल्तीपुर-जामीरघाटा स्टेशन के बीच मालदा से दिल्ली जाने वाली फरक्का एक्सप्रेस में लूटपाट की घटना को सोना व्यापारी की हत्या के लिए अंजाम दिया गया था. इसका खुलासा आरपीएफ ने जांच के दौरान किया है. आरपीएफ ने फरक्का एक्सप्रेस में हुई लूटपाट की घटना के मामले में मालदा जिले के चुड़ीपट्टी निवासी कल्पना शिंदे को रविवार की रात गिरफ्तार किया है.
लूटपाट में घायल उमेश वर्मा भी गिरफ्तार : आरपीएफ ने कल्पना से पूछताछ के बाद लूटपाट की घटना में घायल सोना व्यापारी उमेश कुमार वर्मा को भी मालदा मेडिकल कॉलेज से गिरफ्तार किया है.
आरपीएफ ने सोमवार को गिरफ्तार कल्पना को अदालत में पेश किया गया और उसे रिमांड पर लिया गया.
आरपीएफ कमांडेंट एसएस तिवारी ने बताया कि बिहार के बक्सर जिला निवासी उमेश कुमार वर्मा चोरी का सोना मालदा में बेचने का काम करता था. चोरी का सोना कल्पना शिंदे एवं उसके पुत्र रंजीत शिंदे को उमेश ने बेचा था. सोना बेचने के मामले में एक करोड़ रुपये कल्पना के पास उमेश का उधार था. उधार राशि को वसूलने वह आया था.
हाथापाई में उमेश के बदले इंद्रवान को लग गयी गोली
आरपीएफ कमांडेंट ने बताया कि एक मई को फरक्का एक्सप्रेस से उमेश बिहार जा रहा था.
कल्पना ने उसकी हत्या की साजिश रची और अपराधियों को सुपाड़ी दी. अपराधी फरक्का एक्सप्रेस के वातानुकूलित कोच संख्या बी 2 में चैन पुलिंग कर खाल्तीपुर-जामीरघाटा स्टेशन के बीच बोगी में सवार हुए. सबसे पहले उमेश कुमार वर्मा को ही उन्होंने निशाना बनाया. हाथापाई के दौरान अपराधियों ने गोली चला दी और उमेश के बदले गोली यात्री इंद्रवान को लग गयी. इंद्रवान की मौत इलाज के दौरान एनटीपीसी अस्पताल में हो गयी थी.
इलाजरत उमेश कुमार वर्मा से जब घटना को लेकर पूछताछ की गयी तो उसके द्वारा दी गयी जानकारी पर मालदा के चुड़ीपट्टी में छापेमारी की गयी. यहां से कल्पना शिंदे को गिरफ्तार किया गया. छापेमारी के दौरान रंजीत शिंदे फरार हो गया. आरपीएफ कमांडेंट ने बताया कि कल्पना एवं उमेश कुमार वर्मा से पूछताछ की जा रही है.