पाकुड़ : आमतल्ला नक्सली हमले में घायल जवानों से कड़ी पूछताछ के बाद, उनके द्वारा दी गयी सूचना पर जिले की पुलिस ने दो सरकारी हथियार बरामद किया है. दो सरकारी हथियारों के मिलने को लेकर जिले की पुलिस कुछ भी बताने से परहेज कर रही है.
पुष्ट सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक दुमका में डीआइजी की अध्यक्षता में आयोजित बैठक में जिस दिन एसपी जा रहे थे उसमें शामिल एक जवान एक नाइन एमएम पिस्तौल एवं एक एके47 अपने साथ नहीं ले गया था.
सूत्र ये भी बताते है कि एके47 एसपी के नाम से आवंटित था. शनिवार की रात जिले के एक पुलिस अधिकारी ने एसपी के काफिले में डय़ूटी में तैनात एक जवान के बक्शे से उक्त दोनों हथियार बरामद किया है.
इस मामले को पूरी तरह गोपनीय रखा गया है. दो सरकारी हथियारों के मिलने से इस शंका को बल मिल रहा है कि एसपी के काफिले पर नक्सलियों द्वारा किये गये हमले का मुख्य भेदिया सुरक्षा में तैनात एक जवान ही था.
एसपी के काफिले में जाना चाहता था कोई ओर पर एक जवान ने कर दिया उसे मना
दो जुलाई को दुमका में आयोजित बैठक में भाग लेने जा रहे एसपी के साथ दूसरा जवान को जाना था परंतु ऐन वक्त पर एक जवान ने उसे यह कह कर मना कर दिया कि हमें ही साथ में जाने दो.
खुफिया सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक जिस जवान ने दूसरे जवान को एसपी के साथ जाने के लिए मना किया था उसके द्वारा अपने मोबाइल से अन्य लोगों को भी एसपी के आने जाने का समय और रास्ते की जानकारी दी जा रही थी.
एसपी ने किया इंकार
जिला पुलिस को सरकारी दो हथियार मिले हैं. इस मामले को लेकर जब एसपी वाइ एस रमेश से दूरभाष पर संपर्क किया गया तो उन्होंने कहा : हमें ऐसी कोई खबर नहीं है.