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बीडीओ के खिलाफ हैं प्रखंड कर्मी

लोहरदगा. सेन्हा प्रखंड के कर्मियांे ने बीडीओ के खिलाफ आवेदन डीसी को दिया है. सेन्हा प्रखंड में व्याप्त भ्रष्टाचार एवं रिश्वतखोरी से आजीज आकर सेन्हा प्रखंड क्षेत्र में कार्यरत क्षेत्रीय कर्मचारियों ने बीडीओ को एक आवेदन देकर कई गंभीर आरोप उनके उपर लगाये हैं. आवेदन की प्रति उपायुक्त, उपविकास आयुक्त, जिला परिषद अध्यक्ष एवं सेन्हा […]

लोहरदगा. सेन्हा प्रखंड के कर्मियांे ने बीडीओ के खिलाफ आवेदन डीसी को दिया है. सेन्हा प्रखंड में व्याप्त भ्रष्टाचार एवं रिश्वतखोरी से आजीज आकर सेन्हा प्रखंड क्षेत्र में कार्यरत क्षेत्रीय कर्मचारियों ने बीडीओ को एक आवेदन देकर कई गंभीर आरोप उनके उपर लगाये हैं. आवेदन की प्रति उपायुक्त, उपविकास आयुक्त, जिला परिषद अध्यक्ष एवं सेन्हा प्रखंड प्रमुख को भी दी गयी है. कर्मियों ने लिखित रुप से कहा है कि वे लोग अपने दायित्वों का निर्वह्न निष्ठापूर्वक कर रहे हैं. इसके बावजूद बीडीओ सभी कर्मचारियों केे साथ असंवैधानिक भाषा का प्रयोग कर मानसिक रुप से प्रताडि़त कर रहे हैं. कर्मचारियांे का आर्थिक शोषण बीडीओ कर रहे हैं. यदि उनकी अनैतिक रूप से आर्थिक मांग हमलोग पूरी नहीं करते हैं तो सेवा पुस्त में दर्ज करते हुए कैरियर बरबाद कर देने की बात कह कर मानसिक रुप से प्रताडि़त किया जाता है. उनके द्वारा कभी ऑडिट के नाम तो कभी हाइयर ऑथोरिटी क ो देने के नाम प्रतियोजना क ी दर से मोटी रकम की मांग की जाती है. बीडीओ अपना वेतन निकाल ली है. कर्मियांे ने कहा है कि प्रखंड के नाजिर के स्तर से सभी कागजातों को आगे बढ़ाने के क्रम मंे बीडीओ के नाम पर आठ प्रतिशत अनैतिक रुपयों की उगाही की जाती है. जिसकी पूरी जानकारी बीडीओ को है. अब काफी समय की प्रतीक्षा तथा वातावरण मे सुधार की हमारी प्रत्याशा बंद हो जाने के कारण सभी कर्मचारी गण सामूहिक रुप से बीडीओ की सभी बैठकों का तब तक बहिष्कार करेंगे जब तक उनकी 10 सूत्री मांगे पूरी नहीं हो जाती. कर्मियों ने जो मांग रखी है वो इस प्रकार है. वेतन ससमय भुगतान करने, साप्ताहिक बैठक अपने मनमाने समय पर नहीं करने, बैठकों में असंवैधानिक भाषा का प्रयोग बंद करने, मनरेगा के कार्यों मंे गलत नियत से परेशान करना बंद करने, कर्मचारियों के प्रति विश्वास तथा उनके कार्य करने में सहयोग की भावना रखने, अकारण पंचायत सेवक, जनसेवक, कर्मचारियांे को परेशान नहीं करने, कार्यालय में एक प्रतियोगी वातावरण तथा सहयोगी माहौल देने आदि शामिल है. ज्ञापन में पंचायत सेवक विश्वनाथ प्रजापति, सुहैल अहमद, महफूज अंसारी, रामप्रसाद राम, बसंत महतो, जनसेवक दुर्गा प्रसाद, लाल गोपल नाथ शाहदेव, विनय कुमार, धमेंर्द्र तिग्गा, अधीश खाखा, प्रभात कुमार, इंद्रजीत कुमार लकड़ा, सत्यकाम श्रीवास्तव, लक्की उरबन लकड़ा, जोखना उरांव, संदीप कुमार भगत, श्रम प्रवर्तन पदाधिकारी सेन्हा, प्रसप्र पदाधिकारी, बीएएचओ, कनीय अभियंता रियाजुल रहमान, महिला प्रसार पदाधिकारी नूतन कुमारी, अनिमा अंजू तिर्की, बीपीआरओ, जेइ अमित रंजन के हस्ताक्षर हैं. आरोप बेबुनियाद हैं : बीडीओइस संबंध में सेन्हा बीडीओ संध्या मुंडू से जब पूछा गया तो उन्होंने कहा कि कर्मी काम नहीं करना चाहते हैं. वे लोग बहाना खोज रहे हैं. वेतन बंद है तो चालू करवाने के लिए रिक्वेस्ट भी करने नहीं आया है. न काम कर रहा है और न रिक्वेस्ट ही किया है. यहां के कर्मी संवेदनहीन हो गये हैं. दूर दराज से पब्लिक आती है, लेकिन कर्मी नहीं रहते हैं और न ही उनका काम करते हैं. उन पर बेबुनियाद आरोप लगाये जा रहे हैं.

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