चंदवा : प्रखंड में डोभा का निर्माण लगभग पूरा हो चुका है, लेकिन किसी भी डोभा के पास अब तक योजना बोर्ड नहीं लगाया गया है. हैरत तो यह है कि इसके लिए राशि की भी निकासी हो चुकी है. रोजगार सेवकों की जिम्मेवारी थी कि वे डोभा के लाभुकों को योजना बोर्ड, तिरपाल-पाल्टी और मेडिकल किट उपलब्ध कराये. प्रखंड के किसी भी लाभुक को आज तक ये चीजें नहीं मिलीं.
हर डोभा के लिए योजना बोर्ड, तिरपाल-बाल्टी व मेडिकल किट के लिए 950 रुपये निर्धारित है. सूत्रों के मुताबिक, प्रखंड अधिकारियों और रोजगार सेवकों की मिलीभगत से प्रखंड में बनने वाले करीब-करीब सभी डोभा में उक्त राशि की निकासी कर ली गयी. यानी करीब 427500 रुपये की निकासी कर ली गयी है.
बताते चलें कि प्रखंड में मनरेगा व भूमि संरक्षण विभाग से करीब 450 डोभा बनाने थे. स्थल निरीक्षण के बाद एक भी डोभा में अब तक बोर्ड नहीं दिखा. मनरेगा आयुक्त द्वारा पूर्व की योजनाओं को बंद करने के फरमान के बाद आनन-फानन में सभी पूर्ण-अपूर्ण योजनाओं में बोर्ड लगाने के लिए पैसे की निकासी कर ली गयी.
इस संबंध में बीडीओ देवदत्त पाठक ने कहा कि डोभा निर्माण के बाद उन्होंने चंदवा का प्रभार लिया है. इस बारे में विशेष जानकारी नहीं है. वहीं लातेहार उपायुक्त प्रमोद कुमार गुप्ता ने कहा कि इसकी जानकारी उन्हें नहीं है. बीडीओ चंदवा से बात करूंगा.