– सुनीलकुमार–
हाल ग्रामीण विकास विशेष प्रमंडल का
लातेहार : लातेहार जिला उपायुक्त आराधना पटनायक के लंबी छुट्टी पर चले जाने के बाद समाहरणालय के कई प्रभागों में सिर्फ चपरासी दिख रहे हैं होते हैं. ऐसा ही एक माजरा ग्रामीण विकास विशेष प्रमंडल कार्यालय का है. वहां के कार्यपालक अभियंता का कार्यालय उनके निजी आवास में चल रहा है.
बताया जाता है कि वे अपने वेश्म में न बैठ कर धर्मपुर स्थित अपने निजी आवास में कार्यालय चलाते हैं. आरोप है कि अपने आवास में वे स्वयं रहते ही हैं, विभाग के सहायक व कनीय अभियंताओं को वहीं बुला कर कार्यो का निष्पादन करते हैं. अब तो उनका प्रधान सहायक, कैशियर एवं लेखापाल भी उनके आवासीय परिसर में एक अन्य कमरे में कार्यालय लगाना शुरू कर बैठे हैं.
जिले के दूर–दराज प्रखंडों से आये लोग कार्यालय का चक्कर लगा कर वापस लौट जाते हैं. महुआडांड़ एवं गारू जैसे दुरुह क्षेत्र से आये ग्रामीणों को खासी परेशानियों का सामना करना पड़ता है. सूत्रों का कहना है कि कार्यपालक अभियंता राजनीतिक दलों से मिलना नहीं चाहते हैं. इसलिए अपने आवासीय परिसर में कार्यालय चलाते हैं. उनके आवास में किसी व्यक्ति को घुसने की इजाजत नहीं है.
आवासीय परिसर का मुख्य द्वार हमेशा बंद रहता है और निजी क्षेत्र में होने के कारण कोई खुलवाना नहीं चाहता है. गुरुवार को जब अखबार की टीम समहरणालय स्थित विशेष प्रमंडल के कार्यालय पहुंची, तो वहां अजीबोगरीब सन्नाटा था. तीन चपरासियों को छोड़ कर इइ, एइ, जेइ, लेखापाल, सहायक तथा कैशियर सभी का चेंबर खाली था.
पूछने पर उपरोक्त दरवाजे बंद थे और मुख्य द्वार पर कई वाहन पार्क किये हुए थे. कार्यपालक अभियंता के मोबाइल फोन पर कॉल मिलाया गया, तो बीएसएनएल की सेवा फेल होने के कारण उनसे बातचीत नहीं हो सकी. आसपास के लोगों ने बताया कि पिछले 15 दिन से कार्यालय घर पर ही चल रहा है और सिर्फ खास लोगों को घर के अंदर घुसने की इजाजत मिलती है. फिर तुंरत दरवाजा लॉक कर दिया जाता है.