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प्राथमिक उपचार अनिश्चितकाल के लिए बंद रखने का लिया निर्णय
सतगावां : प्रखंड के मैसरवा सकरी नदी किनारे बुधवार को ग्रामीण चिकित्सक संघ की बैठक हुई. इसमें मंगलवार को ग्रामीण चिकित्सक पर की गयी कार्रवाई के विरोध में आक्रोश व्यक्त किया गया. साथ ही सरकार द्वारा पारित किये गये क्लिनिकल इस्टैब्लीशर्मेंट एक्ट के विरोध में प्राथमिक उपचार अनिश्चित काल के लिए बंद रखने का निर्णय […]
सतगावां : प्रखंड के मैसरवा सकरी नदी किनारे बुधवार को ग्रामीण चिकित्सक संघ की बैठक हुई. इसमें मंगलवार को ग्रामीण चिकित्सक पर की गयी कार्रवाई के विरोध में आक्रोश व्यक्त किया गया. साथ ही सरकार द्वारा पारित किये गये क्लिनिकल इस्टैब्लीशर्मेंट एक्ट के विरोध में प्राथमिक उपचार अनिश्चित काल के लिए बंद रखने का निर्णय लिया गया.
सभी चिकित्सकों ने सांसद व विधायक से मांग किया है कि सरकार द्वारा की जा रही कार्रवाई पर रोक लगवायें, ताकि उग्रवाद प्रभावित क्षेत्रों में ग्रामीण चिकित्सकों द्वारा ग्रामीणों को प्राथमिक उपचार किया जा सके. जब तक क्लिनिकल इस्टैब्लीशर्मेंट एक्ट में संतोषजनक संशोधन नहीं होता है, तबतक ग्रामीण चिकित्सक ग्रामीणों को प्राथमिक उपचार नहीं करेंगे.
सभी ने सरकार को चेतावनी देते हुए कहा है कि इसका असर आने वाला चुनाव पर भी पड़ सकता है. सरकार हम ग्रामीण चिकित्सक पर ध्यान दें, क्योंकि उग्रवाद प्रभावित क्षेत्रों में फर्स्ट एड चिकित्सा सुविधा ग्रामीण चिकित्सा द्वारा ही दी जाती है. बैठक की अध्यक्षता सहदेव अग्रवाल ने किया. इस अवसर पर शैलेंद्र कुमार, दिलीप कुमार, सरयू प्रसाद यादव, वीरेंद्र कुमार, बीपी यादव, दयानंद गुप्ता, मोहम्मद कामिल, सुरेश प्रसाद, सच्चिदानंद प्रसाद, दिनेश कुमार, लक्ष्मण मिस्त्री, सुबोध कुमार वर्मा, भूषण कुमार, अरविंद कुमार, ए कुमार, मोहम्मद अफताब आलम, मनोज कुमार, नरेश कुमार, श्रवण कुमार, सुबोध कुमार, मुनेश यादव, रामविलास कुमार, अनुग्रह प्रसाद, रंधीर कुमार, सुरेश साव, मोहम्मद आलम, बद्रीनाथ यादव, बाल्मीकि प्रसाद, शिवकुमार, महेश कुमार, जितेंद्र कुमार, भीम प्रसाद, प्रमोद कुमार आदि दर्जनों ग्रामीण चिकित्सक उपस्थित थे.
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