इस वर्ष का थीम ‘जिम्मेदार पुरुष की यही पहचान परिवार नियोजन में जो दे योगदान’ रखा गया है. जागरूकता रथ के माध्यम से पखवारा का प्रचार-प्रसार कर ग्राम स्तर पर संतुष्ट लाभुक द्वारा योग्य दंपती को एनएसभी का लाभ बताना तथा एनएसभी को लेकर प्रोत्साहित करना है, ताकि इच्छुक दंपती/पुरुष नजदीकी स्वास्थ्य संस्थान में एनएसवी के लिए संपर्क करें. प्रचार रथ द्वारा पहले बच्चों में तीन साल का अंतर व परिवार नियोजन सेवाएं जैसे आइयूसीडी, महिला बंध्याकरण, पुरुष नसबंदी व अन्य स्वास्थ्य सेवाओं की जानकारी दी जायेगी.
पुरुष नसबंदी जागरूकता सप्ताह से संबंधित प्रचार-प्रसार के लिए प्रखंड स्तर पर सहिया, आंगनबाड़ी सेविका/ सहायिका, परिवार कल्याण कार्यकर्ता, स्वास्थ्य कार्यकर्ता, बुनियादी स्वास्थ्य कार्यकर्ता, एमपीडब्ल्यू अपने क्षेत्र के योग्य दंपती को चिह्नित कर पुरुष नसबंदी पखवारा को लेकर जानकारी देंगे. ज्ञात हो कि पिछले कुछ वर्षों से पुरुष नसबंदी की उपलब्धि समग्र रूप से कम हुई है. इस वर्ष भी अगस्त 2017 तक कुल उपलब्धि मात्र चार प्रतिशत रहीं, जो अपेक्षित उपलब्धि से काफी कम है. इस संबंध में ठोस रणनीति तैयार कर व परिवार नियोजन कार्यक्रम में पुरुषों की भागीदारी सुनिश्चित करने का निर्देश राज्य स्तर से सिविल सर्जन को दिया गया है. रथ रवाना करने के दौरान प्रमोद कुमार, विपुल कुमार, प्रकाश कुमार, अविनाश आनंद, शंभु कुमार, रूपलाल गोप, थियोदोर सुरीन, गोविंद तुरी, अजीत कुमार सिंह, अभिनव कुमार आदि मौजूद थे.