जामताड़ा : सरकार के लाख कोशिश के बाद भी जामताड़ा में पत्थर व कोयला के अवैध खनन पर रोक नहीं लगाया जा सका. यहां के माफिया और पुलिस की मिलीभगत से यह धंधा अब भी परवान पर है. जिले में कई जगहों पर अवैध रूप से पत्थरों का खनन किया जा रहा है. स्थानीय विधायक इरफान अंसारी ने भी विधानसभा के शून्यकाल में इन इलाकों में चल रहे अवैध खनन का मामला उठाया है.
इस पर सरकार ने कमेटी बना कर मामले की जांच कराने की बात कही है. अब देखना यह है कि इन अवैध धंधों पर सरकार क्या कार्रवाई करती है. लेकिन एक बात स्पष्ट है कि जामताड़ा के कई जगहों पर पत्थरों का अवैध खनन हो रहा है, इसकी जानकारी पुलिस को भी है, खनन विभाग को भी है, जिला प्रशासन को भी है और यहां के जनप्रतिनिधियों को भी है. लेकिन इसपर रोक लगाने की ओर जब भी बात की गयी, हल्की फुल्की कार्रवाई कर इसे ठंडे बस्ते में डाल दिया गया.
* हमेशा उदासीन बना रहा खनन विभाग
जिले में पत्थरों के खनन के प्रति जामताड़ा जिला प्रशासन हमेशा ही उदासीन बनी रही. बता दें कि जिले में खनन पदाधिकारी प्रभार पर हैं. यहां दुमका के खनन पदाधिकारी काम कर रहे हैं. जिले में किस पट्टे पर कहां काम हो रहा है इस मामले में खनन विभाग पूरी तरह उदासीन बनी रहती है.
* रेलवे साइडिंग से अब भी चोरी हो रहा कोयला
जामताड़ा रेलवे साइडिंग से रोजाना रात के अंधेरे में कोयला चोरी हो रही है. पिछले दिनों कुछ कोयला भी जामताड़ा पुलिस ने जब्त किया था. सूत्रों की मानें तो यह महज खानापूर्ति थी, जबकि यहां से भारी मात्रा में रोजाना कोयले की चोरी हो रही है. सुबह पौ फटने के पहले ही यह धंधा किया जाता है.