कंपनी के एनुअल बिजनेस प्लान के अनुसार वर्ष 2017 तक सर्विस प्रोवाइडरों की प्रोडक्टिविटी में 20 फीसदी की बढ़ोत्तरी का लक्ष्य रखा गया है. इसके लिए प्रबंधन ने कोलियरी, माइंस सहित सभी विभागों में क्रास फंक्शनल टीम बनायी हैं.
टीम के कार्यों की निगरानी के लिए एक स्टीयरिंग कमेटी भी गठित की गयी है. प्रबंधन का मानना है कि टाटा स्टील में कर्मचारियों के साथ ही सर्विस प्रोवाइडरों की उत्पादकता बढ़ाना भी आवश्यक हो गया है. कर्मचारियों की प्रोडक्टिविटी सुधारने के लिए जैसे विविध इंप्लाई प्रोडक्टिविटी इंप्रूवमेंट प्रोजेक्ट्स लागू किये जाते हैं, उसी तरह अब सर्विस प्रोवाइडरों की प्रोडक्टिविटी सुधारना जरूरी हो गया है. इसके साथ ही दुर्घटनाएं रोकने पर भी ध्यान दिया जायेगा. इसमें यूनियन के सारे पदाधिकारी मौजूद थे.