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घाटों तक पहुंचने के रास्तों में रोड़े ही रोड़े
छठ घाटों तक पहुंंचने के लिये श्रद्धालुओं को कोई परेशानी न हो, इसके लिये कोशिशें जारी हैं. लेकिन अब भी शहर के कई ऐसे घाट हैं, जहां तक पहुंचने के लिये छठ व्रतियों को मशक्कत करनी पड़ सकती है. बागबेड़ा से लेकर बड़ाैदा घाट तक की मुख्य सड़क पर कई जगह कीचड़ की वजह से […]
छठ घाटों तक पहुंंचने के लिये श्रद्धालुओं को कोई परेशानी न हो, इसके लिये कोशिशें जारी हैं. लेकिन अब भी शहर के कई ऐसे घाट हैं, जहां तक पहुंचने के लिये छठ व्रतियों को मशक्कत करनी पड़ सकती है. बागबेड़ा से लेकर बड़ाैदा घाट तक की मुख्य सड़क पर कई जगह कीचड़ की वजह से चलना मुश्किल है, जबकि बारीडीह बस्ती जिला स्कूल से नीचे की अोर से जाने वाली सड़क टूटी हुई है. इस इलाके में गुरुवार तक व्रतधारियों के लिए बेहतर व्यवस्था नहीं हो पायी थी. इतना ही नहीं गोविंदपुर दयाल सिटी के पीछे स्थित घाट पर गंदगी का ढेर है.
बड़ाैदा घाट जाने के रास्ते पर कीचड़
जमशेदपुर : बागबेड़ा से लेकर बड़ाैदा घाट तक की मुख्य सड़क पर जगह-जगह गड्ढे बन गये हैं, सड़क पर घरों से निकला व सड़क किनारे लगे चापाकल का पानी बह रहा. मुख्य मार्ग पर कई जगह कीचड़ है तो बड़ाैदा घाट नदी के पास की स्थिति भी काफी खराब है. यहां गंदगी का अंबार है. प्रशासनिक अफसर दाैरा कर केवल निर्देश दे रहे हैं, हकीकत में सफाई शुरू भी नहीं हुई है. यही हाल रहा तो छठ में हजाराें व्रतियाें अाैर श्रद्धालुआें काे काफी परेशानी का सामना करना पड़ेगा.
रेलवे कालोनी से बागबेड़ा चौक तक गंदगी का अंबार. रेलवे हाई स्कूल से आगे बढ़ते ही सड़क के दाेनाें तरफ गंदगी का अंबार आैर सड़ांध के कारण मार्ग से गुजरना दूभर हो जाता है. काेई अतिरिक्त मार्ग नहीं हाेने के कारण यहां से गुजरना लोगों की मजबूरी है. वायरलेस मैदान, बाबा माहवरी शरीफ की मजार, हाट बाजार, बागबेड़ा चाैक, बागबेड़ा थाना, पुलिया उससे अागे प्रधान टाेला मुख्य मार्ग के साथ-साथ दाेनाें तरफ जगह-जगह गंदगी का अंबार हैं. बागबेड़ा थाना के आस-पास गुरुवार काे सफाई का काम शुरू कराया गया. कचरा उठाने के बजाय उसे वहीं एकत्र कर जलाया जा रहा था.
स्टेशन-बड़ौदा घाट सड़क का निर्माण अधर में. स्टेशन चाैक से बड़ाैदा घाट तक जानेवाली सड़क के चाैड़ीकरण व पक्कीकरण का ठेका जुगसलाई के लड्डू मंगाेतिया काे मिला था. शिलान्यास समाराेह के बाद विद्युत विभाग ने लड्डू मंगाेतिया पर छह कराेड़ रुपये बिजली बिल बकाया का केस दायर कर दिया, जिसके बाद उसकी एजेंसी को विभाग ने ब्लैक लिस्टेड करते हुए ठेका रद्द कर दिया. स्टेशन चाैक से बड़ाैदा घाट सड़क (लगभग डेढ़ किलाेमीटर लंबी, चाैड़ाई 34 फीट) के निर्माण में 2.85 कराेड़ रुपये का खर्च आयेगा. सड़क निर्माण के अधर में पड़ जाने के कारण स्थानीय लाेग काफी मायूस हैं.
गोविंदपुर छठ घाट पर गंदगी का अंबार
जमशेदपुर. गोविंदपुर के दयाल सिटी के पीछे स्थित छठ घाट गोप तालाब के किनारे गंदगी का अंबार लगा हुआ है. अभी तक जिला प्रशासन या स्थानीय कंपनियों की ओर से घाट की साफ-सफाई शुरू नहीं करायी गयी है. तालाब के चारों तरफ पूजन सामग्री और गंदगी बिखरा है. तालाब में जल स्तर का अंदाजा लगाना मुश्किल है. पूजा के पूर्व डेंजर जोन चिह्नित नहीं होने से व्रतियों को पूजा के दौरान विशेष सावधानी बरतनी होगी. छोटा गोविंदपुर, बड़ा गोविंदपुर, गदड़ा एवं आस-पास के लोग यहां छठ मनाने आते हैं. पूर्व विधायक दुलाल भुइयां के विधायक निधि से घाट का निर्माण कराया गया है. अपने स्तर से ही होती है सफाई. स्थानीय लोगों का कहना है कि अभी तक छठ घाट की साफ-सफाई नहीं हुई है. पूजा के दौरान स्वयं ही लोग घाट की सफाई कर पूजा करते है. इसके बाद घाट की नियमित सफाई नहीं होती है. हालांकि तलाब के तट पर कुछ लोगों ने चूना से घेराबंदी किया है. घाट तक पहुंचने का रास्ता भी खराब है. रात्रि में लाइट की समुचित व्यवस्था नहीं है. सरोवर तक उतरने का रास्ता खतरनाक. गाेविंदपुर स्थित श्री राम जानकी सरोवर में साफ-सफाई का कार्य पूरा हो गया है. घाट तक जाने के लिए एक ही तरफ से सीढ़ी बना हुआ है. घाट के चारों तरफ ढालन होने से रास्ता काफी खतरनाक है. मंदिर समिति सरोवर में ज्यादा पानी की वजह से गोताखोर तैनाती की मांग कर रहे हैं.
बारीडीह छठ घाट तक पहुंचने में होगी परेशानी
जमशेदपुर. बारीडीह नदी छठ घाट पर इस बार छठ व्रतधारियों को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ सकता है. कारण है कि नदी तक पहुंचने के लिए जो एप्रोच सड़क है वह पूरी तरह से टूटी है. बारीडीह बस्ती जिला स्कूल से नीचे की अोर से जाने वाली सड़क पिछले कई वर्ष से टूटी हुई है. इस इलाके में नदी छठ घाट की साफ-सफाई व व्रतधारियों के लिए बेहतर व्यवस्था करने का जिम्मा लाफार्ज कंपनी को दिया गया है, लेकिन गुरुवार तक स्थिति जस की तस बनी हुई थी. भोजपुर कॉलोनी के साथ ही मोहरदा क्षेत्र में बालू घाट का भी बुरा हाल है. सड़क से नीचे उतरने के बाद घाट तक जाने के लिए लोगों को गंदगी से होकर गुजरना पड़ेगा. सड़क पर ही नाले का गंदा पानी बह रहा है. हालांकि शुक्रवार से इलाके के स्वयं सेवी संगठनों की अोर से इस दिशा में खुद अपने स्तर से पहल करने की बात कही गयी है. साफ-सफाई को लेकर जिला प्रशासन की अोर से फिलहाल सिर्फ टीम का दौरा ही किया जा रहा है.
मानगो: घाट दुरुस्त, पर रास्ते नहीं
जमशेदपुर: छठ पूजा के लिए मानगो के सभी नौ घाटों को दुरुस्त कर दिया गया है. मानगो कुंवर बस्ती एवं सुभाष कॉलोनी के शांति नगर घाट को साफ व मरम्मत कर चकाचक कर दिया गया है. दोनों घाटों में छठ पूजा के लिए श्रद्धालुअों की काफी भीड़ जुटती है. मानगो अक्षेस द्वारा मानगो के सभी नौ घाटों की सफाई करायी जा रही है. कुछ स्थानोंं पर पहुंच पथ के जर्जरहाल होने के कारण श्रद्धालुअों को परेशानी होेगी.
हर साल दाईगुट्टू, कुंवर बस्ती, पुराना पुरुलिया रोड अौर आसपास के लोगों को स्लुइस गेट की ऊंचाई पार कर कुंवर बस्ती घाट जाना पड़ता था, जो काफी खतरनाक हो जाता था. इस साल वहां सीमेंट की पक्की सीढ़ी अौर रास्ता बना दिया गया है. नदी किनारे सीमेंट की सीढ़ीनुमा छठ घाट की भी मरम्मत करायी जा रही है. नाले किनारे की सफाई की गयी है, लेकिन नाले के पानी के कारण श्रद्धालुअों को परेशानी होने की आशंका है. सुभाष कॉलोनी में शांति नगर घाट की मरम्मत अौर सफाई कार्य जारी है. जहां सीमेंट के घाट नहीं है वहां गंदगी का अंबार लगा है. यहां सुभाष कॉलोनी, संजय पथ, बालेश्वर पथ, चेकपोस्ट, उलीडीह क्षेत्र से श्रद्धालु आते है. मानगो कुंवर बस्ती घाट जाने के लिए पुराना पुरुलिया रोड की ओर से गली से नीचे उतरते ही सड़क काफी ढलान अौर जर्जर स्थिति में है. शांति नगर घाट जाने के रास्ते की सफाई तो की गयी है, लेकिन कच्चा रास्ता काफी संकीर्ण है जो परेशानी का कारण बन सकता है.
मानगो के सभी नौ छठ घाट (चाणक्यपुरी, कुंवर बस्ती, वर्कर्स कॉलेज, बैकुंठ नगर, रामनगर, श्यामनगर, शांतिनगर, शंकोसाई घाट) की मरम्मत अौर सफाई करा दी गयी है. शेष कार्य शुक्रवार शाम तक पूरा कर लिया जायेगा.
व्रतियों के स्वागत को डेढ़ किमी तक बिछेगा कारपेट
जमशेदपुर. जुगसलाई शिव घाट स्थित महाकालेश्वर छठ घाट का जिला प्रशासन आैर जुगसलाई नगर पालिका के पदाधिकारियाें निरीक्षण किया. घाट की व्यवस्था देखकर पदाधिकारियाें ने कहा कि हर काम जिला प्रशासन द्वारा कराया जाना संभव नहीं है, जिस काम में खुद समिति या स्थानीय लाेग जुड़ जाते हैं, वहां बेहतर काम हाेता है. समिति ने जिस तरह काम किया है, वह अन्य घाटाें के लिए भी एक मिसाल है. समिति काे हालांकि सहयाेग की जरूरत नहीं है, लेकिन जिला प्रशासन उनके साथ हर व्यवस्था में माैजूद रहेगा. पिछले कुछ वर्षाें से जुगसलाई महाकालेश्वर छठ घाट ने शहर के छठ घाटाें में अपना एक अलग ही स्थान हासिल कर लिया है. समिति में हर सदस्य किसी ने किसी काम में खुद काे जाेड़कर सेवार्थ में लगा रहता है. समिति के अमर कुमार सिंह ने बताया कि व्रतियाें के स्वागत के लिए करीब डेढ़ किलाेमीटर सड़क पर कारपेट बिछाया जायेगा. शिव घाट के पास मंदिर प्रांगण में बड़ा पंडाल बनाया जायेगा, यदि काेई छठ व्रती वहां रात काे रहना चाहे ताे उन्हें सुविधा उपलब्ध कराई जायेगी. नदी किनारे चेंजिंग रूम, बाथरूम, टॉयलेट के अलावा बच्चाें के लिए झूले आदि की भी व्यवस्था समिति द्वारा की जाती है.
1001 व्रतियों को मिलेगा फल से भरा सूप
बारीडीह बस्ती
जमशेदपुर. बारीडीह बस्ती में 1001 व्रतधारियों को फल से भरा सूप नि:शुल्क दिया जायेगा. कार्यक्रम के संयोजक बबलू झा ने बताया कि हर साल की तरह बारीडीह बस्ती हरि मैदान के पास जन कल्याण समिति की ओर से छठ व्रतधारियों के बीच नि:शुल्क फलों से भरा सूप बांटा जायेगा. सूप में नारियल, गन्ना, हल्दी, पानी फल, गागल, सेब, संतरा, अमरूद, केला, पान, सुपारी समेत पूजा में इस्तेमाल होने वाली सभी सामग्री होगी. 5 नवंबर को सुबह 11 बजे हरि मैदान के पास दुर्गा पथ के कॉर्नर पर संस्था की ओर से शिविर लगाया जायेगा, जिसमें बारीडीह बस्ती के साथ ही आस-पास के इलाके के लोगों के बीच कुल 1001 नि:शुल्क फलों से भरा सूप का वितरण किया जायेगा. सुबह 11 बजे से पहले आओ पहले पाओ की तर्ज पर लोगों के बीच सूप व फल का वितरण होगा. समिति के सदस्य आनंद बिहारी दुबे ने कहा कि आपसी सहयोग से इस तरह के कार्यक्रम का आयोजन किया जा रहा है. इसके अलावा सुबह वाले अर्ग्घ के दिन व्रतधारियों के बीच दूध, अगरबत्ती, धूप, चाय, बिस्कुट व बगैर लहसुन-प्याज की चना की घुघनी बांटी जायेगी. समिति के अध्यक्ष पीएन झा ने बताया कि संस्था की ओर से पिछले 11 साल से इस तरह के कार्यक्रम किये जा रहे हैं. इस मौके पर चेतन राव, नवीन कुमार, संतोष सिंह, राणा समेत कई अन्य उपस्थित थे.
घाटों पर चेंजिंग कॉर्नर भी बनायेगा जुस्को
जमशेदपुर. टाटा स्टील की शत-प्रतिशत सब्सिडियरी वाली कंपनी जुस्को ने गुरुवार से छठ घाटों की साफ-सफाई शुरू कर दी है. जुस्को को साकची सुवर्णरेखा घाट, भुइयांडीह घाट, ह्यूम पाइप पांडेय घाट, कपाली घाट, सती घाट, बोधनवाला घाट, डिमना घाट, भुइयांडीह बालू घाट, कदमा नया बस्ती घाट, उलियान सब स्टेशन घाट, रामजनमनगर घाट, शास्त्रीनगर घाट, विजया हेरिटेज घाट और सुवर्णरेखा विहार के मेंटेनेंस की जिम्मेदारी दी गयी है. घाटों पर बिजली से लेकर पीने के पानी का भी इंतजाम किया जा रहा है.
जुस्को की ओर से दी गयी जानकारी के तहत कंपनी के सीनियर जीएम कैप्टन धनंजय मिश्रा के नेतृत्व में सफाई अभियान चलाया गया, जिसके तहत अाठ घाटों की सफाई की गई. जहां तक जुस्को की बिजली का कनेक्शन है, वहां बिजली के जरिये लाइट का इंतजाम नीचे तक किया जा रहा है. जहां जुस्को की बिजली का इंतजाम नहीं है, वहां जेनरेटर से लाइट की व्यवस्था कर दी गयी है. इसके लिए करीब सौ लोगों को लगाया गया है. पहली बार नदी घाट पर जुस्को की ओर से व्रतियों के कपड़ा बदलने के लिए चेंजिंग कॉर्नर बनाया जा रहा है ताकि महिलाओं को कपड़ा बदलने में दिक्कत ना हो.
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