जमशेदपुर : एक्सएलआरआइ में पिछले तीन दिनों से चल रहे नेशनल सोशल इंटरप्रेन्योरशिप समिट का समापन रविवार को हो गया. इस दौरान सूचना और तकनीक के माध्यम से इंटरप्रेन्योर (उद्यमिता) को कितनी मदद मिली और कैसे वे आम लोगों तक पहुंच पाये इस पर चर्चा की गयी. बताया गया कि सूचना तकनीक ने लोगों के लाइफ स्टाइल पर सबसे ज्यादा प्रभाव डाला है. इससे लोगों के लिए अलग-अलग क्षेत्र में रोजगार के साधन उपलब्ध हो रहे हैं. वे एक-दूसरे से जुड़ रहे हैं.
कार्यक्रम के दौरान सबसे पहले सीजी नेट स्वर के संस्थापक शुभ्रांश चौधरी ने कहा कि चाईबासा में अधिकांश लोग हो भाषा बोलते हैं, लेकिन उनके ऑडियो न्यूज सर्विसेज के जरिये उसे हिंदी और अब अंगरेजी में लोगों के बीच अनुवाद कर परोसा जा रहा है. इससे लोगों के भाषा में बदलाव के साथ-साथ उनके ज्ञान का स्तर पर बढ़ा है. साथ ही डिजिटल ग्रीन संस्था के रीजनल मैनेजर प्रतीम के.नंदा ने भी सबों को संबोधित किया. अब तक करीब 400 लोगों को इससे स्वरोजगार के प्रति जागरूक कर उन्हें आत्मनिर्भर बनाया जा चुका है. इसके लिए पंपलेट, लघु फिल्म समेत कई अन्य तकनीक का इस्तेमाल किया जाता है.
इससे पूर्व इंटरप्रेन्योर बनाने के लिए बैंकों की भूमिका पर भी चर्चा की गयी. इसमें बैंक की ओर से शुरू में मदद नहीं मिलने की बात कही गयी. इस दौरान इको फाइनांसियल सर्विसेज के सीइओ अभिषेक सिन्हा ने मोबाइल फोन के जरिये लोगों की बैंकिंग संबंधी समस्याओं को दूर करने की तकनीक को साझा किया.