जमशेदपुर: रांची जेल में जले कैदी मो. मुख्तार की इलाज के दौरान टीएमएच (टाटा मेन हॉस्पीटल) में मौत हो गयी. बेहतर इलाज के लिए सोमवार को उसे रांची रिम्स से टीएमएच रेफर किया गया था.
बुधवार की रात साढ़े 10 बजे उसकी मौत हुई. रांची जेल अधीक्षक के अनुरोध पर जिले के डीसी डॉ अमिताभ कौशल ने बंदी के शव का पोस्टमार्टम मानवाधिकार आयोग के तहत कराने का निर्देश दिया है. जमशेदपुर बीडीओ दयानंद कारजी को मजिस्ट्रेट के तौर पर तैनात किया गया है. समाचार लिखे जाने तक बंदी के शव का पोस्टमार्टम नहीं हो पाया था. संभवत: शुक्रवार को बंदी के शव का पोस्टमार्टम एमजीएम में होगा.
परिजनों ने लगाया आरोप
अस्पताल में अख्तर की बूआ आपदा खातून ने प्रभात खबर से बातचीत करते हुए कहा कि मुख्तार ने स्वयं आग नहीं लगायी. जेल में उसे साजिश के तहत जलाया गया. अगर उसने खुद आग लगायी थी, तो इतना केरोसिन तेल जेल में आया कैसे. इसकी जांच होनी चाहिए. उन्होंने आरोप लगाया कि पूरे मामले को दबाने की साजिश चल रही है.