रांची: ‘हो’ भाषा को संविधान की आठवीं अनुसूची में शामिल करने, कोल्हान प्रमंडल के सभी प्राथमिक, मध्य व उच्च िवद्यालयों मेें हो भाषा के शत प्रतिशत शक्षिकों की नियुक्ति, आदिवासियों के लिए सरना धर्म कोड, मानकी- मुंडा व्यवस्था के सुदृढ़ीकरण के लिए हर मौजा में कार्यालय भवन के निर्माण और कोल्हान विवि व रांची विवि […]
रांची: ‘हो’ भाषा को संविधान की आठवीं अनुसूची में शामिल करने, कोल्हान प्रमंडल के सभी प्राथमिक, मध्य व उच्च िवद्यालयों मेें हो भाषा के शत प्रतिशत शक्षिकों की नियुक्ति, आदिवासियों के लिए सरना धर्म कोड, मानकी- मुंडा व्यवस्था के सुदृढ़ीकरण के लिए हर मौजा में कार्यालय भवन के निर्माण और कोल्हान विवि व रांची विवि में हो भाषा के स्वतंत्र विभाग खोलने की मांग को लेकर आदिवासी हो समाज युवा महासभा के 1500 युवा जमशेदपुर से 130 किमी की पदयात्रा करते हुए शुक्रवार को राजधानी पहुंचे़.
उन्होंने राजभवन जाकर राज्यपाल की अनुपस्थिति में उनके उपसचिव व आप्त सचिव को ज्ञापन सौंपा़ युवाओं ने निर्णय लिया कि वे राज्यपाल के राजधानी लौटने पर उनसे मुलाकात कर ही वापस लौटेंगे, तब तक वे राजभवन के पास ही डटे रहेंगे. इस यात्रा का नेतृत्व अध्यक्ष सुरा बिरुली ने किया.
नामकुम में दुर्गा सोरेन चौक पर स्वागत : राजधानी पहुंचने पर विधायक गीता कोड़ा, लोक कलाकार मुकुंद नायक, अखिल भारतीय आदिवासी विकास परिषद, सनागोम हो युवा संघ, सिंहभूम आदिवासी समाज, आदिवासी छात्रावास हातमा, सुवा आदिवासी विकास संघ, अखिल भारतीय आदिवासी विकास परिषद व अन्य संगठनों ने नामकुम के दुर्गा सोरेन चौक पर पदयात्रियों का स्वागत किया़ वहां एंबुलेंस की व्यवस्था थी, जिसमें बीमार पदयात्रियों का इलाज किया गया़ लगभग 150 लोग रास्ते में बीमार पड़े, पर उन्होंने ज्ञापन सौंपने से लौटने से इनकार कर दिया था़ पूर्व मुख्यमंत्री मधु कोड़ा ने राजभवन के समक्ष पदयात्रियों से मुलाकात की़