आवेदन में युवती ने कहा है कि है वह सीतारामडेरा के बल्ले काॅम्प्लेक्स के समीप रहती है तथा टाटा कमिंस में काम करती है. उसी के कार्यालय में गजेंद्र भी काम करता है. काम के दौरान दोनों के बीच दोस्ती हुई और गजेंद्र ने 10 नवंबर 2015 को साकची शीतला मंदिर में शादी की. जब युवती गजेंद्र पर ससुराल ले जाने का दबाव बनाने लगी, तो वह टाल- मटाेल करता रहा. कुछ दिन पहले वह गजेंद्र के घर पहुंची, तो पता चला कि गजेंद्र शादीशुदा है और उसके दो बच्चे हैं.
युवती ने गजेंद्र की पत्नी और उसके परिजनों को शादी की बात बतायी, इस पर गजेंद्र के परिजनों ने उसे मारपीट कर घर से बाहर निकला दिया. इसके बाद वह बिरसानगर थाना पहुंची. थाना में लिखित सूचना देने के बावजूद कोई कार्रवाई नहीं हुई.