अमित के कहने पर नीलम और नवीन ने मिलकर फरजी दस्तावेज पर बैंक ऑफ इंडिया की साकची शाखा में खाता खोलवाया. इसके बाद 23 मई को खाते में चेक जमा करने से पहले नीलम ने पवन पोद्दार का नंबर अपने दोस्त की मदद से ब्लॉक करा दिया. चार घंटे तक नंबर बंद रहने के बाद पवन पोद्दार ने मोबाइल कंपनी से संपर्क किया, जिसके बाद नंबर चालू हुआ. कुछ देर बाद मोबाइल पर खाता से 49.60 लाख रुपये की निकासी का मैसेज आया. उन्होंने पुलिस को इसकी जानकारी दी. पुलिस ने देर रात ही बैंक के पदाधिकारियों से संपर्क कर खाता से ट्रांसफर राशि पर फ्रिज कर लिया और मामले की जांच में जुट गयी.
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साकची: हरिओम स्पेल्टर्स के खाते से 49.60 लाख की निकासी, मालिक का मोबाइल ब्लॉक कर ट्रांजेक्शन
जमशेदपुर: हरिओम स्पेल्टर्स प्रा लि कंपनी के साकची स्थित बैंक ऑफ बड़ौदा के खाते से चेक पर फरजी साइन कर 49.60 लाख रुपये रियल टाइम ग्रॉस सेटलमेंट (आरटीजीएस) के जरिए ट्रांजेक्शन करा लिया गया. आरटीजीएस करने से पहले कंपनी के मालिक पवन कुमार पोद्दार के मोबाइल नंबर को ब्लॉक करा दिया गया था, तािक राशि […]
जमशेदपुर: हरिओम स्पेल्टर्स प्रा लि कंपनी के साकची स्थित बैंक ऑफ बड़ौदा के खाते से चेक पर फरजी साइन कर 49.60 लाख रुपये रियल टाइम ग्रॉस सेटलमेंट (आरटीजीएस) के जरिए ट्रांजेक्शन करा लिया गया. आरटीजीएस करने से पहले कंपनी के मालिक पवन कुमार पोद्दार के मोबाइल नंबर को ब्लॉक करा दिया गया था, तािक राशि के ट्रांजेक्शन का मैसेज खाताधारक तक न पहुंचे.
इस मामले में पुलिस ने कंपनी के एकाउंटेंट नवीन कुमार, उसकी बहन नीलम कुमारी (आदित्यपुर मांझी टोला) तथा राकेश उर्फ अंकित कच्छप (आदित्यपुर हाउसिंग रोड) को गिरफ्तार किया है. वहीं नीलम के बॉस अमित कुमार श्रीवास्तव (कदमा अनिल सूरपथ) की तलाश की जा रही है. पुलिस ने कंपनी के खाते से दूसरे खाते में ट्रांसफर किये 40 लाख रुपये को फ्रिज कर जब्त कर लिया है. यह जानकारी एसएसपी अनूप टी मैथ्यू ने बुधवार को अपने कार्यालय में आयोजित संवाददाता सम्मेलन में दी. एसएसपी ने बताया कि खाते में रुपये ट्रांसफर होने के बाद नौ लाख रुपये चेक के माध्यम से निकाले गये थे, जिसमें से दो लाख रुपये छड़ वाले को पेमेंट किया गया और बाकी सात लाख रुपये फरार आरोपी लेकर चला गया था.
प्रेस कॉन्फ्रेंस में सिटी एसपी चंदन झा और डीएसपी सिटी अनिमेष नैथानी भी मौजूद थे.
23 मई को कराया आरटीजीएस. एसएसपी ने बताया कि एकाउंटेंट नवीन कुमार ने काम के दौरान कंपनी के खाते के बैलेंस की जानकारी ली और कंपनी के एक चेक पर फरजी साइन कर रुपये निकासी के संबंध में अपनी बहन नीलम कुमारी से बात की. नीलम मानगो में अमित कुमार श्रीवास्तव के केके कंस्ट्रक्शन में काम करती थी. उसने वह चेक अपने बॉस अमित को दिखाया.
राकेश को आठ प्रतिशत देने की बात कही थी. पुलिस के मुताबिक नवीन कुमार ने राकेश उर्फ अंकित कच्छप नामक व्यक्ति के फरजी दस्तावेज पर बैंक में खाता खोलवाया था. उसे पूरे प्लान की जानकारी दी और उसे हिस्सा में आठ फीसदी देने की बात कही.
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