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झारखंड जल्द बनेगा पावर हब : मुख्यमंत्री
जमशेदपुर: मुख्यमंत्री रघुवर दास ने कहा कि ऊर्जा के क्षेत्र में झारखंड जल्द पावर हब बनेगा. एनटीपीसी अौर झारखंड सरकार के संयुक्त उद्यम (ज्वाइंट वेंचर) से 4000 मेगावाट बिजली का उत्पादन शुरू होगा. इससे राज्य में 24 गुणा 7 जीरो कट बिजली की आपूर्ति शुरू होगी. मार्च 2018 तक यह काम पूरा होगा. इसका शुभारंभ […]
जमशेदपुर: मुख्यमंत्री रघुवर दास ने कहा कि ऊर्जा के क्षेत्र में झारखंड जल्द पावर हब बनेगा. एनटीपीसी अौर झारखंड सरकार के संयुक्त उद्यम (ज्वाइंट वेंचर) से 4000 मेगावाट बिजली का उत्पादन शुरू होगा. इससे राज्य में 24 गुणा 7 जीरो कट बिजली की आपूर्ति शुरू होगी. मार्च 2018 तक यह काम पूरा होगा. इसका शुभारंभ प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी साहेबगंज में गंगा पर पुल के शिलान्यास के दिन अॉनलाइन करेंगे.
मुख्यमंत्री रविवार को बागुनहातु स्टेडियम में झारखंड बिजली वितरण निगम के 279.52 करोड़ रुपये के (रिस्ट्रक्चर्ड एक्सेलरेटेड पावर डेवलपमेंट एंड रिफॉर्म्स प्रोग्राम (आरएपीडीआरपी) पार्ट टू के अॉन लाइन शिलान्यास के उपरांत सभा को संबोधित कर रहे थे. उन्होंने कहा कि वर्ष 2019 तक झारखंड की विद्युत अावश्कताओं को पूरा करने के साथ- साथ यह प्रदेश देश को भी उजाला करेगा. मुख्यमंत्री ने कहा कि यह शिलान्यास नरेंद्र मोदी के जमशेदपुर कार्यक्रम (24 अप्रैल) को ही हो जाता, लेकिन उस समय इसका एनओसी नहीं मिली थी.
जमशेदपुर समेत पांच शहरों में अंडरग्राउंड केबलिंग. मुख्यमंत्री ने कहा कि जमशेदपुर, घाटशिला, मुसाबनी,चक्रधरपुर अौर चाईबासा में अंडरग्राउंड केबलिंग किया जायेगा. इससे आंधी-तूफान के कारण तार टूटने अौर बिजली आपूर्ति बाधित होने से मुक्ति मिलेगी.
भ्रष्ट अधिकारी को वीआरएस देकर बाहर करेंगे. मुख्यमंत्री ने कहा कि मुहल्ले में ट्रांसफाॅर्मर खराब होने, पोल लगाने या तार टूटने से चंदा का सिस्टम बंद होगा. अगर इस संबंध में कोई घूस मांगे, तो इसकी शिकायत करें. ऐसे भ्रष्ट अधिकारियों को वीआरएस देकर बाहर किया जायेगा. उन्होंने कहा कि बिजली बोर्ड पूरी तरह से प्रोफेशनल बनेगा. 15 जून तक 600 लाइन मैन की बहाली की प्रक्रिया शुरू हो जायेगी.
बिजली बिल की वसूली की जिम्मेवारी जेइ, एइ, इइ अौर जीएम पर. मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य के विकास के लिए नियमित बिजली उपलब्ध कराना एक चुनौती है. जनता बिजली बिल का भुगतान जरूर करें. अब ट्रांसफाॅर्मर से जितनी बिजली का उत्पादन एवं वितरण होता है उतना उपभोक्ताओं से राशि वसूली करना बिजली बोर्ड के कनीय अभियंता, कार्यपालक अभियंता व जीएम की जिम्मदारी है. उन्होंने बताया कि अन्य राज्यों में बिजली बोर्ड मुनाफे में है, लेकिन झारखंड 200 करोड़ रुपये के घाटे में चल रहा है. उक्त घाटा को जल्द शून्य किया जायेगा.
ये मौजूद थे. झारखंड बिजली वितरण निगम लिमिटेड के सीएमडी एसकेजी राहटे, एमडी राहुल पुरवार, सांसद विद्युतवरण महतो, पोटका विधायक मेनका सरदार, डीसी अमिताभ कौशल, एसएसपी अनूप टी मैथ्यू, विद्युत जीएम एसके सिंह, जमशेदपुर अधीक्षण अभियंता राम व्यास मिश्रा आदि.
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