आदित्यपुर: एनआइटी जमशेदपुर में सोमवार को सीबीआइ की चार सदस्यीय टीम पहुंची. सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार यह टीम कैरियर एडवांसमेंट स्कीम (कैस) के तहत संस्थान के शिक्षकों की पदोन्नति में प्रबंधन द्वारा गड़बड़ी किये जाने की शिकायत पर मामले की जांच करने आयी थी. सुबह दस बजे से दोपहर तीन बजे तक रही इस टीम के सदस्यों ने मामले से संबंधित आवश्यक कागजातों को जांच के लिये अपने साथ ले गयी. सीबीआइ संभवत: इन कागजातों का अध्ययन करने के बाद आगे की कार्रवाई करेगी.
छह शिक्षकों को नहीं मिली थी पदोन्नति
वर्ष 2008 में कैस के तहत छह शिक्षकों को संस्थान प्रबंधन द्वारा पदोन्नति नहीं दी गयी थी. योजना के तहत कोई लाभ नहीं पाने वाले शिक्षकों में से किसी ने सीबीआइ से इस मामले में मनमानी किये जाने की शिकायत करते हुए इसकी जांच करने की मांग की थी.
कोर्ट में भी लंबित है कैस का मामला
कैस के तहत पदोन्नति में तत्कालीन संस्थान प्रबंधन द्वारा मनमानी किये जाने का मामला अभी कोर्ट में भी लंबित है. वर्ष 2009 में एनआइटी टीचर्स एसोसिएशन द्वारा रिट याचिका दायर कर न्याय की मांग की गयी थी. एसोसिएशन द्वारा किये गये पीआइएल में भी इस मामले को शामिल किया गया था. इस पर कोर्ट ने संस्थान प्रबंधन को दिशा निर्देश दिया था.
छह अन्य के मामले की हो रही जांच
कैस के तहत एनआइटी के छह अन्य शिक्षकों के मामले में संस्थागत जांच चल रही है. इन शिक्षकों के पदोन्नति से संबंधित पत्र लिफाफे में सील बंद कर रखा रह गया. इसकी शिकायत पर पूर्व निदेशक रजनीश श्रीवास्तव ने जांच कमेटी गठित की थी. चार साल में भी कमेटी की रिपोर्ट नहीं मिलने पर एनआइटी बोर्ड द्वारा राउरकेला एनआइटी के निदेशक के नेतृत्व में मामले की जांच हेतु नई कमेटी का गठन किया है.