चेकअप एमजीएम अस्पताल में कराये,दवा बाजार से खरीद कर खाये (दूबे जी का)- एमजीएम अस्पताल के ओपीडी में आने वाले मरीजों को नहीं मिल पा रही है पूरी दवा- अस्पताल के फार्मेसी में मरीजों को बाहर ले दवा लेने की दी जा रही है सलाह निखिल सिन्हा,जमशेदपुर सरकार लोगों को बेहतर स्वास्थ्य सुविधा उपलब्ध कराने का लाख दावा पेश कर ले, लेकिन जमीनी हकीकत कुछ और ही है. कुछ ऐसा ही हाल जमशेदपुर के महात्मा गांधी मेमोरियल अस्पताल का है, जहां अस्पताल में दवाओं के होने के बाद भी ओपीडी में इलाज कराने आये मरीजों को डॉक्टरों के द्वारा लिखी गई पूरी दवा नहीं दी जा रही है. चेकअप कराने के लिए दूर-दूर से आए मरीजों को कुछ दवाओं को छोड़ सभी दवाएं बाहर से महंगे दामों पर खरीदना पड़ रहा है, जिस कारण अस्पताल में इलाज कराने आए गरीब मरीजों को भारी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है. एक ओर जहां चिकित्सकों के लिए मरीजों को काफी समय तक इंतजार करना पड़ता है, वहीं डाक्टरों द्वारा लिखी गई दवा अस्पताल में मौजूद नहीं होती है. वहीं इस पूरे मामले पर एमजीएम अस्पताल अधीक्षक डा. आरवाई चौधरी का कहना है कि अस्पताल में सभी दवाएं मौजूद हैं और दवा की कोई कमी नहीं है.ओपीडी में मरीजों की जांच करने वाले डॉक्टर ऐसी दवां क्यों लिख रहे है वो जांच का विषय है. एमजीएम अस्पताल के ओपीडी में इलाज कराने आयी महिला ने बताया कि उसकी बच्ची बेबी मंताशा की तबीसत खराब है. वह इलाज कराने के लिए सरकारी अस्पताल में आयी. बेबी का इलाज के बाद डॉक्टर ने चार प्रकार की दवाई लिखी. लेकिन जब वह दवा काउंटर पर दवा लेने गई तो उन्हें केवल एक ही दवा दी गई. बाकि सभी दवाई बाहर से ले लेने को कहा गया. उन्होंने बताया कि अगर एमजीएम अस्पताल में इलाज कराने के बाद भी दवा बाहर से लेना पड़े तो इतनी दूर इलाज कराने आने का कोई फायदा नही है. एमजीएम में दवा की कमी नही : अधीक्षक एमजीएम अस्पताल में ऐसा नहीं है कि सौ फिसदी दवा उपलब्ध है. लेकिन दवा की कमी भी नहीं है. अस्पताल में आवश्यकता के अनुसार लगभग पूरी दवा मौजूद है. हाल के दिनाें में दवा की कमी की सूचना होने पर पत्र लिख कर दवा मंगवाया गया है. उसके बाद भी अस्पताल के ओपीडी में इलाज करने वाले डॉक्टर ऐसा क्यों दवा लिख रहे है इसके बारे में कोई जानकारी नहीं मिल पायी है. अगर ऐसा हो रहा है तो यह जाचं का विषय है. पूर्व में भी हुई है शिकायत अधीक्षक डॉ.आर वाई चौधरी ने बताया कि ओपीडी में डॉक्टरों के द्वारा बाहर का दवा लिखने के बारे में पूर्व में भी शिकायत मिली थी. जिसके बाद बैठक कर सभी को चेतावनी दी गई थी. डॉक्टरों को बताया गया था कि भविष्य में ऐसा होने पर उनके खिलाफ विभागीय कार्रवाई भी करने की बात कहा गया था. क्या कहते है मरीज चीभ में घाव होने के कारण इएनटी के डॉक्टर से दिखाने के लिए एमजीएम अस्पताल आये थे. एक तो डॉक्टर भी समय पर नहीं आये. साथ ही एक भी दवा अस्पताल से नहीं मिली. दवा वितरण केंद्र के लोगों ने बाहर से दवा लेने काे कहा है. रविंद्र ठाकुर,मरीज.इलाज कराने के बाद केवल एक ही दवां दवा वितरण केंद्र से प्रदान किया गया. बाकि दवा को बाहर दुकान से खरिदने को कहा गया है. दवा के नाम पर कुछ भी नहीं दिया गया. अनवरी,मरीज की मां \\\\B
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चेकअप एमजीएम अस्पताल में कराये,दवा बाजार से खरीद कर खाये (दूबे जी का)
चेकअप एमजीएम अस्पताल में कराये,दवा बाजार से खरीद कर खाये (दूबे जी का)- एमजीएम अस्पताल के ओपीडी में आने वाले मरीजों को नहीं मिल पा रही है पूरी दवा- अस्पताल के फार्मेसी में मरीजों को बाहर ले दवा लेने की दी जा रही है सलाह निखिल सिन्हा,जमशेदपुर सरकार लोगों को बेहतर स्वास्थ्य सुविधा उपलब्ध कराने […]
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