जमशेदपुर: छठ पर्व को लेकर बिहार जाने वाली तीन ट्रेनों में शुक्रवार को ठसाठस भीड़ गयी. वहीं देर रात पटना जानेवाली स्पेशल ट्रेन में अपेक्षाकृत कम भीड़ गयी. इसमें धक्का-मुक्की नहीं हुई. वहीं तीन ट्रेनों में हालात ऐसे थे कि जिसको जहां जगह मिला, वहीं जम गया. जनरल कोच के शौचालय में भी यात्री खड़े होकर सफर करते देखे गये. शाम में दुर्ग-राजेंद्रनगर साउथ बिहार एक्सप्रेस, टाटा-छपरा एक्सप्रेस और सुबह में टाटा-दानापुर सुपर एक्सप्रेस के जनरल कोच में पैर रखने की जगह नहीं थी.
कई यात्री दरवाजे पर खड़े होकर यात्रा कर रहे थे. वहीं एसी व शयनयान बोगियां में जितने लोग सीट पर बैठे थे, उतने ही खड़े या नीचे बैठे हुए थे.
आरपीएफ ने भांजी लाठियां: शुक्रवार को बिहार जाने वाली ट्रेनें प्लेटफॉर्म पर पहुंचते ही यात्रियों में धक्का-मुक्की होने लगी. ट्रेन पर चढ़ने के लिए यात्री जद्दोजहद करने लगे, स्थिति खराब होने पर आरपीएफ और जीआरपी को हल्का लाठी का प्रयोग करना पड़ा. इसके बाद आरपीएफ ने कतार में खड़ा कराकर यात्रियों को जनरल बोगी में चढाया.
10 हजार जनरल टिकट बिके: जानकारी के अनुसार शुक्रवार को बिहार जाने के लिए टाटानगर से दस हजार से ज्यादा जनरल टिकट बिके. टाटानगर स्टेशन पर टीटीइ जनरल अौर स्लीपर कोच में प्रवेश नहीं कर पाये. भीड़ ज्यादा होने के कारण साउथ बिहार एक्सप्रेस आधा घंटे लेट करीब आठ बजे टाटानगर से खुली. आरक्षित सीट पर वेटिंग वालों ने कब्जा जमाया: साउथ बिहार अौर छपरा एक्सप्रेस में एसी से लेकर स्लीपर श्रेणी में आरक्षित टिकटधारियों को काफी परेशानी हुई. छठ के पूजा के सामान के साथ आरक्षित सीट पर वेटिंग लिस्ट वाले यात्री कब्जा जमाए हुए थे. ट्रेन के खुलने से सीट पर बैठने को लेकर यात्रियों के बीच झगड़ा होते रहा. टिकट होल्डर ही स्टेशन आये, सुरक्षित यात्रा करें : भीड़ के मद्देनजर सीकेपी डिवीजन के सीनियर डीसीएम सत्यम प्रकाश ने टिकट होल्डर को ही स्टेशन आने की अपील की है, ताकि स्टेशन पर भीड़ ज्यादा नहीं हो.