जमशेदपुर: घाघीडीह सेंट्रल जेल में मंगलवार को बंदियों के दो गुटों में मारपीट के बाद तनाव उत्पन्न हो गया है. शाम को जेल के अंदर पथराव के बाद परसुडीह पुलिस को बुलाया गया तथा जेल के अंदर तलाशी ली गयी. पुलिस और जेल प्रशासन पूरे मामले पर कड़ी नजर रखे हुए है. दोनों गुटों की गतिविधियों पर नजर रखी जा रही है.
11 बजे मुलाकाती कक्ष गेट के पास हुई मारपीट.सुबह करीब 11 बजे जेल के मुलाकाती कक्ष गेट के समीप बागबेड़ा थाना से दो दिन पूर्व जेल भेजे गये अंजनी पांडेय, पिंटू रजक और अखिलेश सिंह गिरोह के कन्हैया सिंह और सुधीर दुबे के बीच बहस से शुरू हुई तथा विवाद मारपीट का रूप धारण कर लिया. घायल अंजनी पांडेय, पिंटू रजक के साथ अपने वार्ड गांधी कक्ष चला गया. जिसके बाद गांधी कक्ष के बंदी एकजुट होने लगे.
11:30 बजे बंद किया गया सेक्टर. मारपीट के बाद जेल प्रशासन ने सुरक्षा की दृष्टिकोण से सभी बंदियों को अपने – अपने सेक्टर में भेज कर ताला लगावा दिया. इसके बाद सभी बंदी वार्ड में चले गये.
दोपहर 1 बजे सेल में डाला गया कन्हैया सिंह. मारपीट की घटना के बाद जेल प्रशासन ने अखिलेश सिंह गिरोह के कन्हैया सिंह को सेल में डाल दिया. कन्हैया सिंह से किसी भी बंदी के मिलने- जुलने पर रोक लगा दी गयी.
4 बजे दोनों गुट हुए आमने- सामने
शाम 4 बजे के करीब नेहरू और गांधी कक्ष के बंदी आमने- सामने आ गये. दोनों कक्ष में बंद बंदी एक- दूसरे के खिलाफ आग उगलने लगे, जिससे तनाव बढ़ गया.
4:30 बजे गांधी कक्ष के बंदियों ने किया पथराव. शाम करीब 4:30 बजे के करीब गांधी कक्ष के बंदियों ने आरुणि और नेहरू कक्ष को निशान साध पथराव करना शुरू कर दिया. आरुणि कक्ष में अखिलेश सिंह बंद है. गांधी कक्ष से पथराव होने से जेल में अफरा- तफरी की स्थिति उत्पन्न हो गयी. इधर, अखिलेश सिंह गिरोह से जुड़े बंदी एकजुट होने लगे. इससे पूर्व ही गुमटी में तैनात जेलकर्मियों ने तत्काल इसकी सूचना जेल अधीक्षक को दी. इसके बाद परसुडीह पुलिस को बुलाया गया.
4: 50 बजे शुरू हुआ जेल में तलाशी अभियान .शाम करीब 4:50 बजे बागबेड़ा, परसुडीह पुलिस ने जेलकर्मियों के साथ जेल के सभी वार्डो की शाम में तलाशी ली. हालांकि तलाशी के दौरान पुलिस के हाथ कुछ नहीं लगा. वार्डो में गिरे पत्थर को जेलकर्मियों ने चुनकर हटाया.
अंजनी पांडेय ने केस करने से किया इनकार.मारपीट में घायल हुए अंजनी पांडेय ने केस करने से इनकार कर दिया. जेल प्रशासन और पुलिस की ओर से बंदी आवेदन पत्र दिया गया,लेकिन उसने केस नहीं करने की बात कहीं.