जमशेदपुर: भुइयांडीह की घटना दरअसल सिकुड़ती सड़क का परिणाम है. जिस समय घटना घटी उस समय सड़क पर ट्रेलर और स्कूटी दोनों एक दिशा से गुजर रहे थे, लेकिन उनके लिए जगह काफी कम थी. भुइयांडीह में सड़क के दोनों किनारों पर अतिक्रमण बड़ी समस्या रही है. तीन दशक पूर्व निर्मित सड़क का संप्रसारण कभी नहीं हुआ. इस अवधि में आबादी और वाहनों की संख्या में पांच-छह गुणा बढ़ोतरी हो चुकी है. सामान्य रफ्तार, ट्रैफिक नियमों के अनुसार वाहन चलने पर भी हादसों की संभावना साल भर बनी रहती है.
ट्रैफिक पुलिस नहीं
भुइयांडीह सड़क पर ट्रैफिक पुलिस की तैनाती नहीं रहती है, जिस कारण आवागमन करने वाले वाहनों को नियंत्रित रखने का कोई तंत्र यहां नहीं है. सड़क से सट कर दुकानें लगती हैं, जहां लोग खरीदारी से लेकर वाहनों की पार्किग सब कुछ करते हैं. पूरी तरह अव्यवस्थित इस मार्ग पर हमेशा दुर्घटना की संभावना बनी रहती है.
24 घंटे में दूसरी मौत
सड़क पर 24 घंटे के अंदर यह दूसरी मौत है. गोलमुरी में रविवार को आकाशदीप प्लाजा के पास टेल्को निवासी मंजीत सिंह (56) की ट्रेलर की चपेट में आने से मौत हुई, जबकि ठीक 24 घंटे बाद सुषमा कुमारी ट्रेलर के नीचे आने से असमय मृत्यु का शिकार हुई.