जमशेदपुर: सेंट्रल गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी (सीजीपीसी) की ओर से रविवार की शाम बुलायी गयी कार्य साधक की बैठक में तख्त श्री हरिमंदिर साहिब पटना के चेयरमैन शैलेंद्र सिंह और सीजीपीसी के प्रधान इंद्रजीत सिंह के बीच समझौता का मुद्दा छाया रहा.
कुछ गुरुद्वारा कमेटी समझौता के पक्ष में थे. इन कमेटियों का कहना था कि समझौता के बाद पारदर्शिता से कार्य शैली संचालित हो ताकि आपसी एकजुटता बनी रहे तथा कामकाज सुचारू रूप से आगे बढ़े. बैठक में प्रधान इंद्रजीत सिंह ने अपने कार्यकाल की उपलब्धियां गिनायी.
इसके बाद गुरुद्वारा कमेटियों ने अगला टर्म भी इंद्रजीत सिंह को देने की बात कही. प्रधान इंद्रजीत सिंह ने कहा कि वह सिख समुदाय की एकता के लिए एक मंच पर आने को तैयार हैं. उन्होंने उपस्थित कमेटी के प्रधान व सचिव से कहा कि यदि उनसे भी कोई सूझबूझ वाला व्यक्ति प्रधान की कुरसी संभाल सकता है, तो वह इसके लिए भी तैयार है.
कई समझौते के पक्ष में
मंच से घाटशिला गुरुद्वारा के प्रधान हरभजन सिंह, बर्मामाइंस के गुरदयाल सिंह, गम्हरिया के जस्सा सिंह, रिफ्यूजी कॉलोनी के मुखेंद्र सिंह, कदमा के नानक सिंह, सोनारी के राजेंद्र सिंह, नामदा बस्ती के अजीत सिंह ने दोनों गुट के बीच समझौता पर बल दिया. बैठक में सीजीपीसी के चेयरमैन हरनेक सिंह, गुरचरण सिंह भोगल, सतनाम सिंह सिद्धु, जसवंत सिंह भौमा, रंजीत सिंह, सरजीत सिंह, जसबीर सिंह, गुरचरण सिंह बिल्ला, स्त्री सत्संग सभा की प्रधान कमलजीत कौर, दलबीर कौर, नौजवान सभा के प्रधान सतनाम सिंह सिद्धू समेत 57 पदाधिकारी मौजूद थे.