जमशेदपुरः लोयोला स्कूल की कमान सोमवार को फादर सबेस्टियन पुथेनपुरा को सौंपी जायेगी. सुबह 7.30 बजे लोयोला स्कूल प्रेक्षागृह में वर्तमान प्रिंसिपल फादर विक्टर उन्हें प्रिंसिपल का चार्ज सौंपेंगे. फादर सबेस्टियन शहर पहुंच चुके हैं.
शहर पहुंचने पर उन्होंने ह्यप्रभात खबरह्ण के साथ बातचीत की और कई महत्वपूर्ण जानकारियां दी. इधर, लोयोला स्कूल के वर्तमान प्रिंसिपल फादर विक्टर मिस्क्विथ को धनबाद के सभी आठ डिनोबिली स्कूलों के निदेशक बनाया गया है. निदेशक के साथ ही उन्हें डिनोबिली स्कूल भूली का प्रिंसिपल भी बनाया गया है. वे दोनों पद को एक साथ संभालेंगे.
अनुशासन सबसे बड़ी चुनौती होगी
सवाल- जमशेदपुर और लोयोला स्कूल से आपका पुराना रिश्ता है, कैसा रहा पहले का अनुभव ?
जवाब- मैं लोयोला स्कूल में वर्ष 2000 से 2007 तक वाइस प्रिंसिपल था.
सवाल- लोयोला में आप कितना बदलाव देख रहे हैं?
जवाब- पहले और आज के लोयोला में काफी कुछ बदला है. एकेडमिक बदलाव के बारे में स्कूल खुलने के बाद ही बता पाऊंगा, लेकिन आधारभूत संरचनाओं में काफी बदली हैं.
सवाल- अब प्रिंसिपल बनने के बाद आपकी प्राथमिकता क्या होगी ?
जवाब- सबसे पहले अनुशासन और क्वालिटी एजुकेशन पर ध्यान दूंगा.
सवाल- जमशेदपुर में हो रहे सुसाइड को लेकर लोयोला स्कूल ने अपने स्तर से अभियान चलाया है, इसे कैसे आगे ले जायेंगे?
जवाब- जमशेदपुर में सुसाइड की जानकारी मुझे धनबाद से ही मिली थी. इस दिशा में सुधार के लिए अभिभावकों और बच्चों से पर्सनल लेवल पर बात कर उनकी काउंसिलिंग करने के साथ ही तय किया है कि स्कूल में मोरल शिक्षा की जो भी पढ़ाई होती है उसके क्लास की संख्या बढ़ायी जायेगी.
सवाल- जमशेदपुर में आरटीइ को लेकर काफी जागरूकता है, इसे किस तरह से लेंगे ?
जवाब- हम भी गरीब विरोधी नहीं है. जेसुइट सोसाइटी द्वारा पहले से ही गरीबों के लिए सीटें आरक्षित कर दी गयी हैं. इसके साथ ही गरीबों के लिए दोपहर में स्कूल भी चलायी जा रही है. इसके बाद भी अगर गरीब और अभिवंचित वर्ग के बच्चे आते हैं तो उनका एडमिशन लिया जायेगा.