जमशेदपुर: तकनीक के इस युग में सरकार की ओर से स्वास्थ्य सुविधा उपलब्ध कराने के बाद भी कई लोग झाड़-फूंक, ओझा-गुणी के चक्कर में पड़कर अपने शरीर के साथ खिलवाड़ करते हैं. एमजीएम अस्पताल में भरती दो मरीज झाड़-फूंक और ओझा-गुणी के चक्कर में पड़कर आज जिंदगी की लड़ाई लड़ रहे हैं.
पहली घटना के अनुसार, पटमदा स्थित बामनी गांव निवासी शशि सिंह मुंडा को 10 दिन पहले सांप ने काट लिया. उसे अस्पताल लाने के बजाय अंध विश्वास और झाड़ फूंक के चक्कर में उसकी स्थिति गंभीर होती गयी. मंगलवार को उसके परिजनों ने इलाज के लिए एमजीएम अस्पताल लाया. जहां उसकी स्थिति गंभीर बनी हुई है. उसके परिजनों ने बताया कि 10 दिन पहले घर के पास रखे पुआल हटाने के क्रम में उसे सांप ने डस लिया. उसके बाद वह गांव के ही एक ओझा से झाड़ फूंक करा रहा था. झाड़ फूंक के बाद भी स्थिति खराब होता देख उसके परिजन उसे इलाज के लिए एमजीएम लेकर आये. डॉक्टरों के अनुसार उसके पूरे शरीर में जहर फैल गयी है. उसके बदन में चित्ती दाग होने के साथ ही शरीर में जहां तहां खून का थक्का बन गया है.
वहीं दूसरी घटना ईचागढ़ के तुतागांव निवासी वरण सिंह मुंडा के 12 वर्षीय पुत्र रोहन सिंह मुंडा को छह माह पहले कुत्ते ने काट लिया. उसके परिजनों ने पहले उसका झाड़ फूंक कराया. बाद में उसकी स्थिति खराब हाने पर इलाज के लिए एमजीएम अस्पताल लेकर आये. जहां उसकी स्थिति गंभीर बनी हुई है. वह अस्पताल में अजब -गजब हरकतें कर रहा है.