जमशेदपुर : मुख्यमंत्री ने गुरुवार को जमशेदपुर में कहा कि 2018 में पूरा झारखंड नक्सलमुक्त हो जायेगा. उन्होंने कोल्हान में नक्सलियों के खिलाफ चल रहे अभियान की तारीफ की और कहा, ‘सारंडा से लेकर पलामू तक जो भी दो तीन संगठन हैं, उसको झारखंड से भगाकर ही दम लेंगे और पुलिस भी इसके लिए कमर कस चुकी है. राज्य सरकार तथा झारखंड पुलिस का लक्ष्य है 2018 में उग्रवादमुक्त झारखंड बनाना.’
मुख्यमंत्री ने गुमला के लिए प्रस्थान करने से पूर्व सोनारी एयरपोर्ट पर पत्रकारों को संबोधित करते हुए कहा, ‘उग्रवाद मुक्त झारखंड बनाने के लिए केंद्रीय पुलिस बल के जवान तथा राज्य पुलिस बल के जवान पूरी प्रतिबद्धता के साथ लगे हुए हैं. परिणाम स्वरुप पुलिस के जवानों को लगातार कामयाबी मिल रही है’ इस अवसर पर श्री दास ने बताया कि देश के 44 उग्रवाद प्रभावित क्षेत्रों में से राज्य के 3 जिले उग्रवाद से मुक्त कराये जा चुके हैं.
नक्सली खेल रहे हैं माइंड गेम : बहदा गांव के जंगल क्षेत्र में 18 अप्रैल की रात लगभग 20 की संख्या में संदिग्ध नक्सलियों के होने की सूचना पर सीआरपीएफ 197 बटालियन ने गांव में सर्च अभियान चलाया.
पुलिस को सूचना मिली थी कि बीस की संख्या में नक्सली बोरोई गांव की ओर भाग रहे हैं, जिसमें सात महिलाएं भी हैं. इस सूचना पर फोर्स ने सर्च अभियान चलाया. मगर सफलता नहीं मिली. पुलिस का मानना है कि एक स्थान से ध्यान ध्यान हटाने के लिए नक्सली इस प्रक्रिया को अपना रहे हैं. बताया जा रहा है कि पुलिस से चारों तरफ से घिर जाने के कारण नक्सली अब माइंड गेम का सहारा ले रहे हैं.