जमशेदपुर: थैलेसीमिया मरीजों के लिए जिले के सरकारी अस्पतालों में अलग केयर यूनिट नहीं होने से सामान्य मरीजों के साथ उनका इलाज किया जाता है. ज्ञात हो कि एमजीएम में प्रतिदिन 10 से 12 थैलेसीमिया मरीज आते हैं.
एमजीएम अस्पताल के शिशु रोग विशेषज्ञ डॉ के के चौधरी ने बताया कि यहां आने वाले मरीजों को सभी सरकारी सुविधाएं उपलब्ध करायी जाती है. डॉ के के चौधरी ने बताया कि अस्पताल में आने वाले थैलेसीमिया के मरीजों की सहायता के लिए अस्पताल में डॉक्टरों ने थैलेसीमिया वेलफेयर सोसाइटी का गठन किया है.
अनुराग फाउंडेशन करती है मदद
बारीडीह स्थित एडीएम अस्पताल परिसर में चलने वाले अनुराग फाउंडेशन भी थैलेसीमिया के मरीजों की सहायता करता है. संस्था के संस्थापक वसुदा देशमुख ने बताया कि प्रतिदिन लगभग 8 से 10 मरीजों को रक्त चढ़ाया जाता है.