Advertisement
झारखंड : इंजीनियर ने इस वजह से पत्नी-बच्चे को जहर देकर मारा, खुद लगा ली फांसी
जमशेदपुर : शहर के बिरसानगर थाना क्षेत्र स्थित विजया गार्डन के फेज-6 के ब्लॉक नंबर 21 में टाटा स्टील में ठेकेदारी करनेवाले इंजीनियर निशांत वैभव ने अपनी पत्नी पूर्णिमा और छह साल के बेटे अक्षत को चॉकलेट में जहर देकर मार डाला और खुद फांसी लगा कर जान दे दी. तीनों का शव मंगलवार सुबह […]
जमशेदपुर : शहर के बिरसानगर थाना क्षेत्र स्थित विजया गार्डन के फेज-6 के ब्लॉक नंबर 21 में टाटा स्टील में ठेकेदारी करनेवाले इंजीनियर निशांत वैभव ने अपनी पत्नी पूर्णिमा और छह साल के बेटे अक्षत को चॉकलेट में जहर देकर मार डाला और खुद फांसी लगा कर जान दे दी. तीनों का शव मंगलवार सुबह उनके फ्लैट से बरामद किया गया. जांच के दौरान पुलिस ने चार पेज का सुसाइड नोट बरामद किया है, जिसमें निशांत ने बिजनेस में हो रहे घाटे को आत्महत्या की वजह बतायी है. मंगलवार को निशांत व पूर्णिमा की शादी की सातवीं सालगिरह थी, जिसकी तैयारी की गयी थी.
बेंगलुरु से इंजीनियरिंग की पढ़ाई करनेवाले निशांत ने यूके की मल्टीनेशनल कंपनी की नौकरी छोड़ 2008 में तारानंद इंजीनियरिंग सर्विसेज कंपनी बनायी थी. इसके जरिये वह टाटा स्टील में ठेकेदारी करता था. उनका बेटा अक्षत जमशेदपुर पब्लिक स्कूल में यूकेजी का छात्र था, जबकि पत्नी हाउस वाइफ थी. मूलत: विक्रमगंज (बिहार) के गैशलडीह गांव निवासी निशांत वैभव पत्नी पूर्णिमा वैभव व बेटे अक्षत राज के साथ विजया गार्डेन के फ्लैट नंबर 21 में रहते थे. ठीक सामने के फ्लैट में उनके पिता एनके सिंह (टाटा स्टील के रिटायर्ड सीनियर मैनेजर), माता तारामुनी देवी (रिटायर्ड टीचर) व बड़े भाई निराला किसलय रहते हैं.
सोमवार रात पूरे परिवार ने साथ खाना खाया और करीब 10 बजे तक घर-परिवार की बातें करते रहे. इसके बाद निशांत अपने फ्लैट में पत्नी व बेटे अक्षत के साथ सोने चले गये. सुबह करीब सात बजे जब उनके घर का दरवाजा नहीं खुला, तो उनकी मां देखने गयी, उन्होंने देखा कि दरवाजा अंदर से बंद नहीं था, बल्कि एक टेबल लगा कर सिर्फ उसे सटा दिया गया था. थोड़ा धक्का देने से ही दरवाजा खुल गया. वह जब अंदर गयीं तो निशांत को फंदे से लटका हुआ पाया. यह देख वह दौड़ते हुए दूसरे कमरे में गयीं. वहां बहू पूर्णिमा और पोता अक्षत बेड पर मृत पड़े थे. उन्होंने शोर मचाना शुरू किया.
शोर सुन कर निशांत के पिता व भाई पहुंचे. इसके बाद घटना की जानकारी बिरसा नगर थाने को दी गयी. कुछ देर के बाद सिटी डीएसपी अनुदीप सिंह, बिरसा नगर थाना प्रभारी उपेंद्र और सर्किल इंस्पेक्टर बुध राम उरांव समेत सीआइडी की टीम मौके पर पहुंची. छानबीन करने के बाद पुलिस ने शवों को कब्जे में ले लिया और उन्हें पोस्टमार्टम के लिए एमजीएम मेडिकल कॉलेज अस्पताल भेज दिया.
Advertisement