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झारखंड : चार स्टील कंपनियों को लेने की टाटा ने जतायी इच्छा
भूषण, मोनेट, एस्सार व इलेक्ट्रो स्टील के लिए िदया अभिरुचि पत्र जमशेदपुर : टाटा स्टील ने भूषण पावर एंड स्टील कंपनी, मोनेट इस्पात एंड एनर्जी, इलेक्ट्रो स्टील स्टील्स और एस्सार स्टील के अधिग्रहण में रुचि दिखाते हुए नेशनल कंपनी लॉ ट्रिब्यूनल (एनसीएलटी) में एक्सप्रेशन ऑफ इंटरेस्ट लेटर (अभिरुचि पत्र) जमा कराया है. लक्ष्मी निवास मित्तल […]
भूषण, मोनेट, एस्सार व इलेक्ट्रो स्टील के लिए िदया अभिरुचि पत्र
जमशेदपुर : टाटा स्टील ने भूषण पावर एंड स्टील कंपनी, मोनेट इस्पात एंड एनर्जी, इलेक्ट्रो स्टील स्टील्स और एस्सार स्टील के अधिग्रहण में रुचि दिखाते हुए नेशनल कंपनी लॉ ट्रिब्यूनल (एनसीएलटी) में एक्सप्रेशन ऑफ इंटरेस्ट लेटर (अभिरुचि पत्र) जमा कराया है.
लक्ष्मी निवास मित्तल के कंपनियों के अधिग्रहण से स्वयं को अलग कर लेने के बाद टाटा स्टील रेस में सबसे आगे है. हालांकि जिंदल स्टील ने भी कंपनियों के अधिग्रहण के लिए एनसीएलटी में एक्सप्रेशन ऑफ इंटरेस्ट लेटर जमा कराया है. रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया की ओर से दिवालिया प्रक्रिया के तहत कंपनियों की नीलामी के लिए
कहा गया था. इसके तहत नीलामी की प्रक्रिया शुरू कर दी गयी है. एनसीएलटी की कार्यवाही का सामना कर रही कंपनियों के अधिग्रहण के लिए जिन कंपनियों ने अभिरुचि पत्र जमा कराया है, उनमें टाटा स्टील एक मात्र निवेशक थी.
उत्पादन क्षमता हो जायेगी दोगुनी : टाटा स्टील ने अगले पांच साल में भारत में अपनी उत्पादन क्षमता 2.6 करोड़ टन (दोगुनी) करने का लक्ष्य रखा है.
हाल ही में कंपनी ओड़िशा के कलिंगानगर में दूसरे चरण के विस्तार की घोषणा कर चुकी है. जमशेदपुर में भी प्लांट का विस्तार कार्य चल रहा है. इसी बीच एनसीएलटी ने दिवालिया की प्रक्रिया निकाल दी, जिससे टाटा स्टील को एक बड़ा मौका हाथ लग गया है. यही वजह है कि चारों कंपनियों के लिए एनसीएलटी में टाटा स्टील ने मजबूत दावेदारी पेश कर दी है.
झारखंड में टाटा स्टील के लिए ऑपरेशन चलाना आसान
टाटा स्टील ने जिन कंपनियों के लिए अभिरुचि पत्र जमा कराया है, उनमें अधिकतर के एसेट्स कहीं न कहीं झारखंड और ओड़िशा में हैं, जहां टाटा स्टील की अपनी माइंस हैं. यहां टाटा स्टील के लिए मददगार होगा. एस्सार का भारत के पश्चिमी हिस्से में भी प्लांट है, जिस कारण उसका एक बड़ा आधार बन सकेगा.
रिकवरी के लिए लगायी गयी है बोली
इन कंपनियों का बैंकों का घाटा इतना ज्यादा हो गया है कि रिकवरी के लिए एनसीएलटी ने बिक्री करने का आदेश दिया है. इस आदेश के तहत ही इन कंपनियों की बोली लगायी जा रही है. ताकि कंपनियों को बेच कर बैंकों का घाटा कम किया जा सके.
इन कंपनियों की होगी नीलामी
भूषण स्टील : 5.6 मिलियन टन का उत्पादन . पोटका के पास जमीन का अधिग्रहण कंपनी ने कर रखा है.मोनेट इस्पात : 1.5 एमटी उत्पादन क्षमता. इसका ओड़िशा के अंगुल में प्लांट है. स्टील का उत्पादन रायगढ़ जिले में भी होता है.इलेक्ट्रो स्टील : बोकारो में 2.5 मिलियन टन का प्लांट है. पिग आयरन, टीएमटी बार बनानेवाली कंपनी है.एस्सार स्टील : 10 मिलियन टन की क्षमता. झारखंड में इसकी अधिग्रहित की हुई जमीन है.
यह एक स्ट्रेटजी का हिस्सा है. विस्तार की संभावनाओं और एसेट्स की खरीद के बारे में कंपनी सोचती रहती है. इसी के तहत कंपनी कई कदम उठा रही है. सभी संभावनाओं पर काम कर रही है. हम लोगों ने अपना एक्सप्रेशन ऑफ इंटरेस्ट का लेटर दिया है. हम लोग इन कंपनियों का अधिग्रहण करना चाहते हैं.
– टीवी नरेंद्रन, एमडी, टाटा स्टील
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