जमशेदपुर. कोल्हान प्रमंडल के अंतर्गत ट्राइबल यूनिवर्सिटी खोलने का प्रस्ताव ठंडे बस्ते में चला गया है. राष्ट्रीय उच्चतर शिक्षा अभियान के स्टेट को-ऑर्डिनेटर ने स्पष्ट किया है कि अभी कोल्हान विश्वविद्यालय के किसी कॉलेज को अपग्रेड कर ट्राइबल यूनिवर्सिटी बनाने का प्रस्ताव नहीं है. विवि खोलने के लिए उच्च, तकनीकी शिक्षा एवं कौशल विकास विभाग को नये सिरे से पहल करनी होगी.
राज्यपाल सह कुलाधिपति ने झारखंड, ओड़िशा एवं पश्चिमी बंगाल के सीमावर्ती इलाके में रहने वाले आदिवासी समुदाय के शैक्षणिक विकास के लिए ट्राइबल यूनिवर्सिटी खोलने की सुझाव दिया था. इसके अालोक में कोल्हान विश्वविद्यालय की ओर से ट्राइबल यूनिवर्सिटी के लिए अलग-अलग स्थलों को चिन्हित कर रिपोर्ट भेजी गई थी. विवि की ओर से प्रस्ताव दिया गया कि जमशेदपुर के एलबीएसएम कॉलेज अथवा घाटशिला काॅलेज, घाटशिला को ट्राइबल यूनिवर्सिटी के रूप में अपग्रेड किया जा सकता है.
बहरागोड़ तथा पश्चिमी सिंहभूम से भी ऐसा प्रस्ताव दिया गया था. हालांकि उच्च, तकनीकी शिक्षा एवं कौशल विकास विभाग ने अब तक केयू से इस मुद्दे पर कोई पत्राचार नहीं किया है.
नैक में ए ग्रेड के बाद घाटशिला कॉलेज को बताया गया दावेदार. राष्ट्रीय मूल्यांकन एवं प्रत्यायन परिषद की ओर से हाल में किये गये निरीक्षण के दौरान कोल्हान विवि के अंगीभूत महाविद्यालय घाटशिला कॉलेज को सर्वाधिक सीजीपीए प्राप्त हुआ.
ऐसे में घाटशिला कॉलेज को ट्राइबल यूनिवर्सिटी के लिए सबसे मजबूत दावेदार माना जा रहा था. रूसा के स्टेट को-आर्डिनेटर ने गुरुवार को स्पष्ट किया कि घाटशिला कॉलेज को अपग्रेड करने का कोई प्रस्ताव नहीं है. वहीं एलबीएमएस कॉलेज नैक की रैंकिंग में सी ग्रेड प्राप्त कर पहले ही दौड़ से बाहर हो गया है.
कोल्हान में ट्राइबल यूनिवर्सिटी के लिए फिलहाल किसी अंगीभूत कॉलेज को अपग्रेड करने का प्रस्ताव नहीं है. विवि के लिए उच्च, तकनीकी शिक्षा एवं कौशल विकास विभाग को अपने स्तर से पहल करनी होगी.
डॉ. शंभु दयाल सिंह
स्टेट को-आॅर्डिनेटर, रूसा
कोल्हान विवि की अोर से राजभवन के पत्र के आलोक में संभावित स्थलों का चयन कर अपनी रिपोर्ट भेजी गयी है. इस बारे में नये सिरे से उच्च, तकनीकी शिक्षा एवं कौशल विकास विभाग ने कोई पत्राचार नहीं किया है.
प्रो. एके झा, प्रवक्ता, कोल्हान विवि, चाईबासा