बरकट्ठा. बंडासिंघा गांव में रैयती भूमि पर पुलिस द्वारा जबरन एनओसी पर हस्ताक्षर कराने के मामले में रैयत बंडासिंघा निवासी देव कुमार मोदी (पिता गोविंद मोदी) ने इंसाफ नहीं मिलने पर आत्मदाह करने की चेतावनी दी है. इस संबंध में उन्होंने पीएमओ कार्यालय, झारखंड के मुख्यमंत्री, राज्यपाल, पुलिस महानिदेशक, हजारीबाग उपायुक्त एवं पुलिस अधीक्षक को त्राहिमाम संदेश भेज कर इंसाफ की गुहार लगायी है. बताया है कि मेरी जमीन बांग्लाटांड़ में है, जिसका खाता नंबर 71 प्लॉट 3142 है. मेरी जमीन से होकर कंपनी द्वारा हाई टेंशन बिजली तार ले जाने के लिए जबरन पोल लगाया जा रहा है. रोकटोक करने पर कंपनी के इंजीनियर ने कार्य बंद कर दिया. इसके बाद कंपनी के सहायक अभियंता सोमन मंडल दूसरी बार जेसीबी मशीन लगा कर बल पूर्वक काम करने का प्रयास कर रहे हैं. पुनः काम रोका, तो गोरहर थाना प्रभारी थाना बुला कर जबरन एनओसी पेपर में हस्ताक्षर करा लिया गया. कहा कि जमीन पर कंपनी के कार्य को रोकेंगे, तो आपके विरूद्ध कार्रवाई की जायेगी. कृषि जमीन का मुआवजा एक लाख 50 हजार रुपया दिला दे रहे हैं. रैयत ने बताया कि इस संबंध में मुझे भूमि अधिग्रहण संबंधी कोई नोटिस नहीं दिया गया है न ही मुझसे कोई मुआवजा राशि के लिए बात हुई है. रैयत ने आरोप लगाया है कि गोरहर थाना प्रभारी कार्य एजेंसी के साथ मिल कर बिना मेरी सहमति के एनओसी पर हस्ताक्षर करा लिया है. रैयत ने मामले की निष्पक्ष जांच कर इंसाफ दिलाने की गुहार लगायी है. इस संबंध में गोरहर थाना प्रभारी सोनू कुमार से पूछे जाने पर रैयत के आरोप को बेबुनियाद बताया.
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