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हजारीबाग बंद का आंशिक असर
हजारीबाग : अभिभावक संघ, राजनीतिक दल व छात्र संगठन की ओर से सोमवार को हजारीबाग बंद का आंशिक असर रहा. सुबह छह बजे से बंद समर्थकों की ओर से शहर के कई चौक- चौराहों पर टायर जला कर स्कूल जानेवाले बच्चों और वाहनों को रोका गया. जिला परिषद चौक, पीटीसी चौक, जुलू पार्क रोड को […]
हजारीबाग : अभिभावक संघ, राजनीतिक दल व छात्र संगठन की ओर से सोमवार को हजारीबाग बंद का आंशिक असर रहा. सुबह छह बजे से बंद समर्थकों की ओर से शहर के कई चौक- चौराहों पर टायर जला कर स्कूल जानेवाले बच्चों और वाहनों को रोका गया.
जिला परिषद चौक, पीटीसी चौक, जुलू पार्क रोड को जाम किया गया. सड़क पर पत्थर रखने व टायर जलाने से कुछ देर के लिए सड़कों पर गाड़ियों की लंबी कतार लग गयी. सदर सीओ राजीव सिंह, थाना प्रभारी डीएन आजाद ने बंद समर्थकों से बातचीत कर जाम को हटाया.
डीसी मुकेश कुमार के साथ बंद समर्थकों की वार्ता 11 बजे समाहरणालय कक्ष में हुई. 20 सदस्यीयप्रतिनिधिमंडल में सीपीएम नेता गणोश कुमार सीटू,भाकपा माले के सुधीर यादव, एआइडीएसओ के राजेश रंजन, अभिभावक संघ के अनिल मिश्र, प्रमोद यादव, राजीव कुमार, सुरेंद्र, नारायण प्रसाद, बबीता देवी समेत कई लोग वार्ता में शामिल हुए.
डीसी के समक्ष मांगों को रखा : प्राइवेट स्कूल आरटीइ के नियमों के तहत बीपीएल बच्चों का नामांकन सुनिति करें. विद्यालय में अभिभावक के साथ माह में बैठक बुलायी जाये. बच्चों के नामांकन के समय अभिभावक का साक्षात्कार नहीं लिया जाये. 15 प्रतिशत से अधिक शुल्क की वृद्धि नहीं की जाये समेत कई मांगों को रखा. डीसी मुकेश कुमार ने वार्ता में कहा कि जो भी अधिकार क्षेत्र व नियम संगत होगा, उसे लागू किया जायेगा.
आंशिक बंद शांतिपूर्वक रहा : आम दिनों की तरह सभी सरकारी संस्थान, बैंक, एलआइसी, दुकान, विश्वविद्यालय, कॉलेज और अधिकांश स्कूल खुले रहे. बाजार में कारोबार भी आम दिनों की तरह हुआ. बस स्टैंड से सभी मार्गो पर गाड़ियां चली. बंद के दौरान कहीं कोई अप्रिय घटना नहीं घटी.
स्कूल प्रबंधकों ने आभार व्यक्त किया : संत जेवियर स्कूल के प्राचार्य फादर पीजे जेम्स ने कहा कि शिक्षकों व बच्चों को स्कूल पहुंचने में कठिनाईयों का सामना करना पड़ा. फिर भी 70 प्रतिशत से अधिक बच्चे उपस्थित हुए. स्कूल खुला रखने में बच्चों के माता-पिता का पूरा समर्थन मिला. आंदोलनकारियों द्वारा फीस के मामले में उठाये गये कोई भी मुद्दे संत जेवियर स्कूल के लिए लागू नहीं होते हैं.
वार्षिक शुल्क बढ़ोत्तरी अभिभावकों से परामर्श के बाद ही लागू होता है. इस बार शुल्क वृद्धि मात्र आठ प्रतिशत हुआ. आर्थिक रूप से कमजोर परिवार के बच्चों पर विशेष ध्यान रखते हैं. प्राचार्य ने माता-पिता को आश्वस्त किया है कि उनके बच्चों में उच्च नैतिक मानको को बनाये रखने के लिए उत्कृष्ट प्रयास करेंगे. उन्होंने कहा कि जिला प्रशासन और आम जनता का सहयोग व नैतिक समर्थन मिला. इसी तरह अन्य स्कूलों के प्रबंधकों ने भी सहयोग के लिए आभार व्यक्त किया है.
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