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ठंड चरम पर, ठिठुरने को विवश गरीब

हजारीबाग : जिले में गरीबों के बीच 15 दिसंबर तक कंबल नहीं बंट पाया है. जबकि 15 सितंबर को सभी प्रखंडों को कंबल उपलब्ध कराते हुए वितरण का आदेश दिया गया था. इसके बाद अचानक हजारीबाग सामाजिक सुरक्षा सहायक निदेशक ने अक्तूबर में ही एक पत्र जारी कर कंबल वितरण पर रोक लगा दी. इस […]

हजारीबाग : जिले में गरीबों के बीच 15 दिसंबर तक कंबल नहीं बंट पाया है. जबकि 15 सितंबर को सभी प्रखंडों को कंबल उपलब्ध कराते हुए वितरण का आदेश दिया गया था. इसके बाद अचानक हजारीबाग सामाजिक सुरक्षा सहायक निदेशक ने अक्तूबर में ही एक पत्र जारी कर कंबल वितरण पर रोक लगा दी.
इस संबंध में बताया गया कि कंबल का आकार 91 इंच गुणा 63 इंच व वजन ढाई किलो होना चाहिए. इसकी जांच के बाद ही कंबल का वितरण किया जायेगा. जानकारी के अनुसार एक कंबल पर ढ़ाई सौ रुपये खर्च हुआ है. 22923 कंबल पर 57 लाख 30 हजार 750 रुपये कंबल पर खर्च हुआ है.
दो माह बीतने के बाद भी प्रखंडों को कंबल बांटने का आदेश अभी तक नहीं मिला है. इधर गरीब सर्द में ठिठुर रहे हैं. इस बीच जिले में कुछ गरीबों की मौत ठंड से हो गयी है. इधर प्रखंड के गोदामों में कंबल पड़े हैं.
क्यों कंबल वितरण पर लगी रोक : सहायक निदेशक सामाजिक सुरक्षा ने नौ अक्तूबर को पत्रंक 554 में एक आदेश पत्र सभी बीडीओ, नगर परिषद के कार्यपालक पदाधिकारी को भेजा. जिसमें निर्देश दिया गया कि झारखंड राज्य खादी ग्राम उद्योग भवन मुख्य पथ हजारीबाग द्वारा कंबल की आपूर्ति की जा रही है.
आपूर्तिकर्ता से वितरण के लिए कं बल रखा जाये. वितरण का कार्य अभी नहीं किया जाये. कंबल के जांच की प्रक्रिया जारी है. जांच के बाद आपको वितरण के लिए निर्देश दिया जायेगा. तब से कंबल वितरण का कार्य बंद है.
जिले भर में 22923 कंबल का होना है वितरण : सामाजिक सुरक्षा योजना के वस्त्र वितरण कार्यक्रम के तहत गरीब परिवारों के बीच प्रत्येक वर्ष कंबल बांटा जाता है. इस वित्तीय वर्ष में जिला प्रशासन ने 22923 कंबल बांटने का लक्ष्य रखा है. कंबल की खरीदारी जिला प्रशासन ने झारखंड राज्य खादी एवं ग्राम उद्योग से की है.

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