Christmas 2021: झारखंड के गुमला धर्मप्रांत के 39 चर्च में क्रिसमस की खुशी छायी हुई है. ख्रीस्त विश्वासियों में उत्साह व उमंग है. खुशनुमा माहौल है. चर्च सजे हुए हैं. गुमला धर्मप्रांत के प्रशासक फादर लिनुस पिंगल एक्का ने क्रिसमस पर्व पर संदेश दिया. उन्होंने कहा है कि क्रिसमस मानव बनने की सार्थकता का पर्व है. ईसा मसीह कोई पेड़, पहाड़, नदी बनकर इस दुनिया में अवतार नहीं लिए, बल्कि मानव बनकर अवतार लिए. मानव बनना गौरव की बात है.
गुमला धर्मप्रांत के प्रशासक फादर लिनुस पिंगल एक्का ने क्रिसमस पर्व पर संदेश दिया. उन्होंने कहा है कि क्रिसमस मानव बनने की सार्थकता का पर्व है. ईसा मसीह कोई पेड़, पहाड़, नदी बनकर इस दुनिया में अवतार नहीं लिए, बल्कि मानव बनकर अवतार लिए. मानव बनना गौरव की बात है. सृष्टि में सर्वोच्च जीव मानव है. वास्तव में मानव ईश्वर का ही प्रतिरूप है. हर मानव चाहे कितना ही गरीब और अशिक्षित हो. उसका सम्मान होना चाहिए. ईसा मसीह का इस दुनिया में आना प्यार का प्रतीक है. इसलिए हम हिंसा से दूर रहे और एक दूसरे के बीच प्यार बांटे.
विकर जनरल फादर सीप्रियन कुल्लू ने कहा कि कोरोना संक्रमण को देखते हुए इस बार सरकारी गाइडलाइन के तहत चर्च में पूजा-पाठ करना है. सरकार की गाइडलाइन के अनुसार सभी चर्च में पालिवार पूजा की जा रही है. उन्होंने कहा कि गुमला जिला जो कभी पिछड़ा था. विकास नहीं हुआ था. स्वास्थ्य सुविधा नहीं थी. शिक्षा का स्तर कम था. ऐसे समय में गुमला जिले में इसाई धर्मगुरुओं ने काम किया. जिसका परिणाम है. आज गुमला धर्मप्रांत के कई गांवों में शिक्षा व स्वास्थ्य की स्थिति बेहतर है.
गुमला विधानसभा के विधायक भूषण तिर्की ने कहा है कि ईसाई मिशनरियों के लिए क्रिसमस सबसे बड़ा पर्व है. इस दिन का सभी इसाई मिशनरी को इंतजार रहता है. मेरे लिए भी यह खुशी का पर्व है. क्रिसमस का मिस्सा मैं चर्च में करूंगा. मैं पूरे परिवार के साथ चर्च में प्रार्थना करता हूं. उन्होंने कहा कि सभी लोग क्रिसमस पर्व की तैयारी पूरे उत्साह व उमंग से करें. साथ ही कोरोना संक्रमण को देखते हुए सावधानी भी जरूर बरतें.
यूथ निदेशक फादर अगस्तुस एक्का ने कहा है कि अभी क्रिसमस पर्व है. ख्रीस्तविश्वासियों में जहां क्रिसमस पर्व को लेकर उल्लास है. वहीं लोगों में गुजरते हुए साल की खुशी है. लोग आने वाले नये साल को खुशनुमा बनाने की तैयारियों में लगे हैं. ऐसे समय में विशेषकर युवाओं को वाहन चलाते समय विशेष सावधानी बरतने की जरूरत है. बाइक की गति के कारण खुद दुर्घटनाग्रस्त होते हैं तथा दूसरों को भी दुर्घटना का शिकार बनाते हैं. ऐसे लोगों से अपील है कि वे नियंत्रित होकर बाइक चलायें. ताकि पर्व की खुशी कम न हो.
रिपोर्ट: जगरनाथ