22.2 C
Ranchi

BREAKING NEWS

Advertisement

लड़कियों को घर पहुंचा गये दलाल

सफल प्रयास. खबर प्रकाशित होने के बाद भयभीत हुए मानव तस्कर बिशुनपुर प्रखंड के समदरी गांव की दो लड़कियों को मानव तस्करों ने पांच माह पहले दिल्ली में बेच दिया था. दो दिन पहले प्रभात खबर में समाचार छपने के बाद मानव तस्कर डर से दोनों लड़कियों को दिल्ली से लेकर गुमला आये. सीडब्ल्यूसी ने […]

सफल प्रयास. खबर प्रकाशित होने के बाद भयभीत हुए मानव तस्कर
बिशुनपुर प्रखंड के समदरी गांव की दो लड़कियों को मानव तस्करों ने पांच माह पहले दिल्ली में बेच दिया था. दो दिन पहले प्रभात खबर में समाचार छपने के बाद मानव तस्कर डर से दोनों लड़कियों को दिल्ली से लेकर गुमला आये. सीडब्ल्यूसी ने पूछताछ के बाद दोनों लड़कियों को परिजनों को सौंपा.
गुमला : दिल्ली में बेची गयी दो लड़कियों को मानव तस्कर वापस उसके घर में छोड़ कर भाग गये. पांच माह पहले इन दोनों लड़कियों को दिल्ली में ले जाकर बेच दिया था. दो दिन पहले लड़की के परिजनों ने इसकी शिकायत सीडब्ल्यूसी व प्रभात खबर से की थी.
अखबार में समाचार छपने के बाद मानव तस्कर पुलिस केस से बचने के लिए दोनों लड़कियों को दिल्ली से वापस गुमला लेकर आये. बुधवार को दोनों लड़कियों को सीडब्ल्यूसी में प्रस्तुत किया गया, जहां पूछताछ के बाद उन्हें उनके परिजनों को सौंप दिया गया. सीडब्ल्यूसी ने लड़कियों से पूरी जानकारी ली़
लड़कियों ने कहा कि गांव की ही फुलकुंवारी उन्हें प्रलोभन देकर दिल्ली ले गयी, जहां फुलकुंवारी ने दोनों को सोनामति को बेच दिया. इसके बाद सोनामति ने उन्हें (दोनों लड़कियों को) प्लेसमेंट एजेंसी महेंद्र के यहां बेचा. महेंद्र ने एक लड़की को किशोर लाल व दूसरी लड़की को ज्योति गुप्ता के घर घरेलू काम करने के लिए लगा दिया़ पांच माह तक लड़कियां दिल्ली में काम की, लेकिन उन्हें एक पैसा मजदूरी नहीं मिली. लड़कियों ने कहा कि अब वे कभी दिल्ली नहीं जायेगी. अपने ही गांव घर में रह कर पढ़ाई करेगी.
इस संबंध में सीडब्ल्यूसी न्यायपीठ के सदस्य धनंजय मिश्र ने कहा कि लड़कियों को दिल्ली में बेचे जाने के बाद उनके परिजनों ने सीडब्ल्यूसी को लिखित आवेदन सौंप कर अपनी बेटियों को खोजने की गुहार लगायी थी. लड़कियों के गायब होने व मानव तस्करों द्वारा दिल्ली में बेचे जाने की खबर प्रभात खबर में छपने के बाद मानव तस्कर डर गये. अपने बचाव के लिए दोनों लड़कियों को दिल्ली से वापस उनके घर छोड़ कर भाग गये. अब लड़कियों को उनकी मजदूरी दिलाने का प्रयास होगा.
अब भी दिल्ली में फंसी है एक लड़की
लड़कियों ने बताया की समदरी गांव की नेहा कुमारी (पिता मोहन उरांव) अभी भी दिल्ली में फंसी हुई है. उसे तीन साल पहले दलालों ने दिल्ली में ले जाकर बेच दिया था. वह घर आना चाहती है, लेकिन जहां काम करती है, वहां से भाग नहीं पा रही है. इधर, सीडब्ल्यूसी ने कहा कि नेहा के गायब होने की कोई शिकायत नहीं आयी है. अगर शिकायत मिलती है, तो नेहा को खोजा जायेगा.

Prabhat Khabar App :

देश, एजुकेशन, मनोरंजन, बिजनेस अपडेट, धर्म, क्रिकेट, राशिफल की ताजा खबरें पढ़ें यहां. रोजाना की ब्रेकिंग हिंदी न्यूज और लाइव न्यूज कवरेज के लिए डाउनलोड करिए

Advertisement

अन्य खबरें

ऐप पर पढें