Advertisement
सीएम ने शहीद अलबर्ट एक्का की मिट्टी सौंपी
दुर्जय पासवान परमवीर चक्र विजेता शहीद अलबर्ट एक्का की समाधि की पवित्र मिट्टी गुरुवार को गुमला के जारी गांव पहुंची़ जारी में आयोजित मेले में मुख्यमंत्री रघुवर दास ने शहीद अलबर्ट एक्का के परिजनों के समक्ष पवित्र मिट्टी को गुमला डीसी दिनेश चंद्र मिश्र को सौंपी़ मौके पर शहीद अलबर्ट एक्का के स्मारक का शिलान्यास […]
दुर्जय पासवान
परमवीर चक्र विजेता शहीद अलबर्ट एक्का की समाधि की पवित्र मिट्टी गुरुवार को गुमला के जारी गांव पहुंची़ जारी में आयोजित मेले में मुख्यमंत्री रघुवर दास ने शहीद अलबर्ट एक्का के परिजनों के समक्ष पवित्र मिट्टी को गुमला डीसी दिनेश चंद्र मिश्र को सौंपी़ मौके पर शहीद अलबर्ट एक्का के स्मारक का शिलान्यास किया गया़
स्मारक का शिलान्यास मुख्यमंत्री और शहीद अलबर्ट एक्का की पत्नी बलमदीना एक्का ने संयुक्त रूप से किया़ मुख्यमंत्री ने कहा : शहीद अलबर्ट एक्का भारत-पाकिस्तान युद्ध के नायक थे. उन्होंने देश की एकता व अखंडता के लिए बलिदान दिया. देश के युवाओं के प्रेरणा पुरुष हैं.
झारखंड में बिरसा मुंडा, सिदो-कान्हू, तिलका मांझी जैसे वीर सपूत पैदा हुए हैं. आज मैं जिस धरती पर खड़ा हूं, वह देश के सर्वोच्च वीर शहीद अलबर्ट एक्का की है. पंजाब, हरियाणा के बाद झारखंड में सबसे ज्यादा सैनिक पैदा हुए हैं, जो देश की रक्षा कर रहे हैं. सरकार सभी सैनिकों को सम्मान देगी. शहीद के परिजनों को सभी सुविधा दी जायेगी. मुख्यमंत्री ने कहा : रतन तिर्की और शहीद अलबर्ट एक्का के बेटे भिसेंट एक्का के नेतृत्व में 10 सदस्यीय टीम अगरतला जायेगी़ 27 दिसंबर को शहीद का जन्म दिवस है.
अगरतला स्थित समाधि स्थल से लौटने के बाद शहीद का स्मारक बना कर पवित्र मिट्टी को वहां डाला जायेगा. अपने संबोधन के दौरान मुख्यमंत्री भावुक हो गये़ 15 मिनट तक शहीद के घर बैठे मुख्यमंत्री
मुख्यमंत्री रघुवर दास शहीद अलबर्ट एक्का के घर भी पहुंचे़ बलमदीना एक्का के पैर छूये, हालचाल पूछा़ इसके बाद बलमदीना की कुरसी के बगल में जमीन पर ताड़ के पटिये पर बैठ गये़ उनके साथ मंत्री लुईस मरांडी और गंगोत्री कुजूर भी थी़ उन्होंने करीब 15 मिनट तक शहीद की पत्नी से बात की़
मिट्टी शहीद की है झूठ हुई तो फांसी लगा लूंगा : दास
शहीद अलबर्ट एक्का के साथ पाकिस्तान के साथ युद्ध में लड़े मेजर डीएन दास ने कहा : मैं 1971 के युद्ध में अलबर्ट एक्का के साथ था. उनकी शहादत को मैंने आंखों के सामने देखा है. आज 44 साल बाद उनकी पवित्र मिट्टी को लाया गया है. यह एक ऐतिहासिक पल है.
अगर कोई कहता है कि यह शहीद की पवित्र मिट्टी नहीं है, तो यह गलत है़ मेरी बात झूठ निकली, तो मैं फांसी लगा लूंगा. कुछ लोग राजनीति कर रहे हैं. उनसे सावधान रहने की जरूरत है. हमारे पास कई साक्ष्य हैं, जो यह साबित करेगा कि यह मिट्टी शहीद की है. कुछ लोगों ने शहीद के परिजनों को बरगलाने का प्रयास किया है़ कुछ लोगों की राजनीति के बावजूद यहां आपार भीड़ उमड़ी है.
प्रभात खबर की तारीफ की
मुख्यमंत्री ने अपने भाषण में प्रभात खबर की तारीफ की़ कहा : प्रभात खबर समाचार के माध्यम से लगातार देशभक्ति का जज्बा पैदा करते रहा है. अखबार ने शहीद के सम्मान में जो काम किया है, उसे मैं साधुवाद देता हूं. सभी मीडिया का सहयोग जरूरी है.
Prabhat Khabar App :
देश, एजुकेशन, मनोरंजन, बिजनेस अपडेट, धर्म, क्रिकेट, राशिफल की ताजा खबरें पढ़ें यहां. रोजाना की ब्रेकिंग हिंदी न्यूज और लाइव न्यूज कवरेज के लिए डाउनलोड करिए
Advertisement