गुमला : पेसा के प्रावधान और झारखंड में इसकी अनिवार्यता, ग्रामसभा की पहचान एवं सर्वोच्चता स्थापित करने में झारखंड पंचायती राज विधेयक में प्रावधान व ग्रामसभा का प्राकृतिक संसाधनों पर सामुदायिक मालिकाना हक की मांग को लेकर ग्राम स्वराज यात्रा रथ द्वारा विभिन्न गांव व जिलों में अभियान चलाने के बाद रविवार को गुमला पहुंचा.
जिसका ज्ञान विज्ञान समिति गुमला व महिला मंडल समिति ने स्वागत किया. साथ अभियान में शामिल रथ के साथ आयेपंचायत सशक्तीकरण अनगढ़ा रांची के नेतृत्वकर्ता रिझुवा मुंड, जेम्स हेरेंज, गणोश बेदिया, रोशनलाल मुंडा, बालेश्वर मुंडा, माया बेदिया, सुरेश कुमार, धरमी देवी, रोशनी लकडा, शीला कच्छप, प्रदीप खलखो व शिव मुंडा कलाकारों का माला पहनाकर स्वागत किया गया.
इस अवसर पर कलाकारों ने स्थानीय पटेल चौक के समीप नुक्कड नाटक कर लोगों को पेसा कानून, ग्रामसभा व समस्याओं के समाधान की जानकारी दी. साथ ही आने-जाने वाले सैकडों राहगीरों के बीच झारखंड जनता से अपील नामक परचा का वितरण किया. मौके पर फसिया पंचायत के मुखिया राजन बडाइक ने कहा कि झारखंड में पंचायत राज संस्थान को जो अधिकार मिलना चाहिए.
वह अभी तक नहीं मिला है. हमें अपने हक व अधिकार के लिए एक होकर आंदोलन करने की जरूरत है. जब तक पंचायत को अधिकार नहीं मिलेगा. तब तक हमारे गंव की सूरत नहीं बदलेगी. सामाजिक कार्यकर्ता कौशलेंद्र जमुआर ने कहा कि भ्रष्टाचार मुक्त कर पंचायत राज को अधिकार दिया जाये.
भ्रष्टाचार के कारण आज हमारा यह हाल हे. इस अवसर पर ज्ञान विज्ञान समिति के अध्यक्ष् उमेश्वर प्रसाद साहू, रंधीर निधि, रामाकांत सिंह, उमा देवी, अमृता कुमारी मुख्य रूप से उपस्थित थे.