ज्ञात हो कि शांतनु के पिता अर्जुन प्रसाद की 10 जून 2013 को उग्रवादियों ने हत्या कर दी थी. अर्जुन प्रसाद नगर परिषद गुमला में सहायक अभियंता के पद पर कार्यरत थे. वहीं सिर से पिता का साया हटने और घर की जिम्मेवारियां बढ़ी, तो शांतनु ने अपने स्वर्गीय पिता के स्थान पर अनुकंपा पर नौकरी की मांग को लेकर गुमला उपायुक्त को आवेदन दिया. उपायुक्त कार्यालय से उक्त आवेदन को नगर परिषद भेजा गया, लेकिन अब तक शांतनु का आवेदन नगर परिषद में ही पड़ा हुआ है.
वहीं वीडियो कॉन्फ्रेंस में सचिव ने जब मामले की जानकारी ली, तो बताया गया कि अनुकंपा समिति की बैठक में अनुकंपा पर नौकरी के लिए शांतनु का चयन किया गया है. लेकिन नगर परिषद द्वारा शांतनु के आवेदन पर किसी प्रकार की रुचि नहीं दिखायी जा रही है. इस पर सचिव ने नाराजगी प्रकट करते हुए एक सप्ताह का समय देते हुए शांतनु को अनुकंपा पर नौकरी देने का निर्देश दिया. वीडियो कॉन्फ्रेंस में जिले से जिला परिवहन पदाधिकारी सह मुख्यमंत्री जनसंवाद के नोडल पदाधिकारी विजय वर्मा, डीआरडीए निदेशक मुस्तकीम अंसारी, सदर एसडीओ कृष्ण कन्हैया राजहंस, सदर डीएसपी इंद्रमणि चौधरी, एलडीएम शनि कुमार साय व डीपीआरओ धनवीर लकड़ा सहित विभिन्न विभागों के पदाधिकारी शामिल थे.