ठाकुरगंगटी : प्रखंडवासियों को पानी की जुगाड़ के लिए काफी मशक्कत करनी पड़ रही है. रात सोने से पहले और सुबह उठने के बाद लोगों का पहला काम पानी का इंतेजाम करना है. हर कोई अपना दैनिक कार्य को छोड़कर खाना बनाने व पीने के पानी की व्यवस्था करने में जुट जाते हैं.
प्रखंड की 16 पंचायतों में पानी समस्या विकराल बनी हुई है. विभाग के पास दो जल मीनार है, लेकिन दोनों बीमार है. वहीं विभाग तकनीकी खराबी बता कर अपना पल्ला झाड़ लेता है. इस कारण जनआक्रोश विभाग के प्रति बढ़ने लगा है. वहीं प्रखंड के एक लाख आबादी को पानी मुहैया कराना विभाग के लिए चुनौती के समान है.
अधूरा है पाइप लाइन का कार्य
बनियाडीह गांव का जल मीनार साल भर पूर्व बन कर तैयार है. लाखों खर्च होने के बाद भी ग्रामीणों को पेयजल नसीब नहीं हुआ. विभाग का कहना है कि जल मीनार के पाइप लाइन का कार्य अधूरा पड़ा हुआ है. 50 हजार क्षमता वाले इस जल मीनार से बनियाडीह के 200 घरों में छह हजार की आबादी को पानी मिलना है.
छह वर्ष से बंद है जल मीनार
भगैया पंचायत के भगैया जल मीनार से पानी मिलना अब क्षेत्र के लोगों के लिए स्वप्न बन कर रह गया है. करीब एक करोड़ खर्च कर छह वर्ष पूर्व जल मीनार का निर्माण कराया गया है.
इससे भगैया, खंदार, कौरी, खुटहरी, विशनपुर, बड़ी भगैया आदि गांव व टोले के 400 घरों के करीब 7500 की आबादी को पानी देने का लक्ष्य है, लेकिन जल मीनार के लिकेज व लो वोल्टेज रहने से यह बंद पड़ा हुआ है.
ध्यान नहीं देते अधिकारी
प्रमुख पूजा देवी ने कहा कि अधिकांश चापानल खराब पड़े हैं. विभाग के जेई ध्यान नहीं देते हैं. भीषण गरमी में लोगों को पानी नहीं मिल रहा है.
क्या कहते हैं बीडीओ
बीडीओ अनंत कुमार ने कहा कि कनीय अभियंता द्वारा मरम्मत करायी जा सकती है. इस मामले में जेई से स्पष्टीकरण पूछा जायेगा.
कितने चापानल बंद हैं
पंचायत मिश्रगंगटी में 25 बंद, तेतरिया माल में सात, चांदा में 40, रूंजी में 15, चपरी में 40, दिग्घी में 80, माणिकपूर में 25, भगैया में 09, अमरपुर में 20, बनियाडीह में 12 ,अमरपुर में रिपोर्ट नहीं, पंजराडीह में 15, मोरडीहा में 16, बुधवाचक में 20, माल मंडरो में 20, फुलवरिया में 10, खरखोदिया में 30 चापानल बंद पड़े हंै. बंद चापानलों की जानकारी मुखिया ने दी है.
– पवन कुमार सिंह –