आर्थिक तंगी से जूझ रहे निलंबित शिक्षक की मौत
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मामला. उत्क्रमित मध्य विद्यालय गोरगांवा में थी पोस्टिंग, निलंबन के बाद नौ माह से बीमार थे शिक्षक
आर्थिक तंगी से जूझ रहे निलंबित शिक्षक की मौत उत्क्रमित मध्य विद्यालय गोरगांवा में पदस्थापित आदिवासी शिक्षक हीरालाल चौड़े की मौत बुधवार को हो गयी. करीब एक वर्ष से निलंबन के बाद शिक्षक हीरालाल बीमार चल रहे थे. उनकी मौत पैतृक गांव सदर प्रखंड के गायछंद स्थित आवास में हुई. गोड्डा : शिक्षक हीरालाल चौड़े […]
उत्क्रमित मध्य विद्यालय गोरगांवा में पदस्थापित आदिवासी शिक्षक हीरालाल चौड़े की मौत बुधवार को हो गयी. करीब एक वर्ष से निलंबन के बाद शिक्षक हीरालाल बीमार चल रहे थे. उनकी मौत पैतृक गांव सदर प्रखंड के गायछंद स्थित आवास में हुई.
गोड्डा : शिक्षक हीरालाल चौड़े को गोड्डा पूर्वी के बीइइओ जया देवी ने 15 फरवरी 2015 को निलंबित कर दिया गया था. हीरालाल चौड़े उत्क्रमित मध्य विद्यालय गोरगांवा में पदस्थापित थे.
निलंबन के बाद गोड्डा मुख्यालय में पदस्थापित कर दिया गया. इस बीच करीब चार माह तक गुजारा भत्ता नहीं मिलने के कारण पैसे की कमी एवं पारिवारिक तनाव के कारण लकवा मार दिया. भागलपुर में किसी तरह कर्ज आदि लेकर परिवार के लोगों ने उनका इलाज कराया था. बुधवार को अचानक शिक्षक ने दम तोड़ दिया. पत्नी प्रमीला किस्कू, पुत्री दिपीका चौड़े तथा पुत्र दीपक चौड़े ने पिता की मौत का जिम्मेदार विभाग को ठहराया है.
उनका कहना है कि ज बीमार पिता के लिए पैसे होते तो शायद सही से इलाज करा पाते. कहा कि अब पढ़ायी में भी अड़चन आयेगी. दीपीका स्थानीय इंटर स्तरीय स्कूल की छात्रा है व भाई दीपक मैट्रिक का छात्र है. बताया कि कई बार पिता को निलंबनमुक्त करने के लिए बीइइओ, डीएसइ व डीसी से भी मुलाकात की थी. लेकिन किसी ने ध्यान नहीं दिया.
कसूरवार पदाधिकारी पर कार्रवाई की मांग: ईश्वर हेंब्रम
प्राथमिक शिक्षक संघ के उपमहासचिव ईश्वर हेंब्ररम ने कहा कि आदिवासी शिक्षक हीरालाल चौड़े के साथ नाइंसाफी हुई है. बीइइओ तथा डीएसइ सरासर मामले में कसूरवार हैं.अविलंब ऐसे पदाधिकारी पर कार्रवाई की जाये. वहीं शिक्षक नेता शंकर राउत ने कहा कि पैसे के अभााव में बेहतर इलाज नहीं हो पाया जिस कारण शिक्षक की मौत हुई है. शिक्षक संघ अध्यक्ष जयकांत सिंह ने भी मामले में पदाधिकारी को दोषी बताते हुये कार्रवाई की मांग की है.
निलंबन पर उठ रहे सवाल
शिक्षक नेता देवनंदन साह ने कहा कि शिक्षक को बीइइओ जया देवी ने निलंबित कर दिया था. निलंबन किस आधार पर किया गया यह भी स्पष्ट नहीं है. एक साल बीतने के बावजूद अब तक इस मामले में कमेटी गठित कर दोष तक नहीं लगाया गया. मामला काफी संगीन है तथा इसमें पदाधिकारी के खिलाफ मनमानी दिखती है. बीइइओ के खिलाफ कार्रवाई की मांग की.
पूर्व विधायक ने भी संवेदना जतायी
घटना की जानकारी मिलते ही राजद नेता सह पूर्व विधायक संजय प्रसाद यादव डीएसइ कार्यालय के समक्ष पहुंचकर पीड़ित परिवार के प्रति संवेदना व्यक्त किया. इस दौरान श्री यादव ने अपनी ओर से पांच हजार नकद राशि परिजनों को दी. श्री यादव ने कहा कि एक तरफ सरकार विकास मेला के नाम पर गोड्डा के लोगों के साथ मजाक कर रही है वहीं दूसरी तरफ विभाग के पदाधिकारी मनमानी कर रहे हैं. बेलगाम व्यवस्था में हर दिन शिक्षक तथा गरीब लोगों की जान जा रही है.
भाजपा जिला अध्यक्ष डीसी से मिले : भाजपा जिला अध्यक्ष राजीव मेहता घटना के बाद शिक्षक प्रतिनिधियों में शामिल मौसम ठाकुर तथा अन्य के साथ डीसी से मिलकर शिक्षक को दी जानेवाली सरकारी राशि के अलावा निलंबन वापस करने व आगे की कार्रवाई करने की मांग की. डीसी अरविंद कुमार ने सकारात्मक पहल करने की बात कही है.
प्रधानाध्यापक की संदेहास्पद मौत, मामला दर्ज
घर से स्कूल के लिए निकले थे हेडमास्टर
क्या है मामला
मामले को लेकर बताया जाता है कि प्रधानाध्यापक स्व झा बुधवार को अपने घर शीतलानगर मुहल्ले से निकले थे. जाने के पहले परिजनों को यह बताकर गये थे कि मध्याहन्न भोजन को लेकर कुछ हिसाब स्कूल मे करना है. इसको लेकर काफी तनाव हो रहा है. यह कहकर वे तेजी से अपने विद्यालय की ओर निकल गये.रास्ते मे अचेत अवस्था मे मिलने पर आसपास जुटे लोगो ने देखा तो शिक्षक के रूप मे पहचान की. इनके ही मोबाइल नंबर से परिजनों को सूचना दी.परिजनों ने आनन-फानन में अस्पताल पहुंचाया तो चिकित्सकों ने हेडमास्टर को मृत घोषित कर दिया. इनका पैतृक घर बसंतराय का डेरमा गांव है.
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