बगोदर : बगोदर थाना क्षेत्र के बेको गांव में गुरुवार की रात जुलूस निकाले जाने के दौरान दो समुदाय के लोग आपस में भिड़ गये. घटना में एक पक्ष के वासुदेव पंडित घायल हो गये़ उनका इलाज चल रहा है.
तनाव की खबर मिलते ही प्रशासन अधिकारी व पुलिस रेस हो गयी. स्थिति पर नियंत्रण के लिए मौके पर पुलिस बल को भेजा गया. स्थानीय जनप्रतिनिधि भी यहां पहुंच गये. समय रहते हालात पर काबू पा लिया गया. बगोदर पुलिस के अनुसार, बेको गांव की स्थिति सामान्य है. आज सांप्रदायिक सौहार्द के लिए शांति मार्च निकाला गया. वहां से कोई अप्रिय घटना की सूचना नहीं है.
कैसे बिगड़ा मामला
गुरुवार की रात दो बजे एक पक्ष के लोग जुलूस के साथ निकले हुए थे़ वापसी के दौरान उनका जुलूस दूसरे पक्ष के धर्म स्थल के पास से गुजरा. वहां गेट बनाया गया है. गेट के बगल में गुमटी व चबूतरा को तोड़ कर चारपहिया वाहन आने-जाने का रास्ता भी बना दिया गया था़ प्रत्यक्षदर्शियों का कहना था कि सड़क पर बने गेट का पर्दा हटाने के प्रयास के दौरान विवाद शुरू हुआ. देखते-देखते मामला तूल पकड़ने लगा.
बहस के बाद माहौल तनावपूर्ण बन गया. स्थिति मारपीट की आ गयी. घटनाक्रम में एक व्यक्ति घायल हो गया. अधिकारियों के हस्तक्षेप के बाद मामला शांत हुआ. एक पक्ष के रामेश्वर पंडित ने घटना की लिखित शिकायत बगोदर थाने में की है़ बगोदर थाना प्रभारी सुरेंद्र कुमार सिंह ने बताया कि गांव का माहौल शांत है़ आज प्रतिमा विसर्जन की तैयारी चल रही है़ आवेदन मिला है, लेकिन प्राथमिकी दर्ज नहीं की गयी है़
गण्यमान्य लोगों की बैठक
शुक्रवार की सुबह बेको गांव में एएसपी कुणाल सिंह, एसडीपीओ राजकुमार मेहता, एसडीओ गोरांग महतो, बीडीओ प्रीति किस्कू, बगोदर थाना प्रभारी सुरेंद्र कुमार सिंह, प्रखंड कल्याण पदाधिकारी योगेंद्र महतो, जिप सदस्य जितेंद्र सिंह, बेको पूर्वी के मुखिया टेकलाल चौधरी, माले नेता गजेंद्र महतो व दोनों समुदाय के गणमान्य लोगों के साथ बैठक की गयी़ इसमें घटना के बारे में विस्तृत जानकारी ली गयी और भाईचारे के साथ रहने पर बल दिया गया.
बाद में बेको गांव में शांति मार्च निकाला गया़ शांति मार्च में प्रशासनिक पदाधिकारियों के साथ भुनेश्वर महतो, खेमलाल महतो, सुखदेव महतो, सुकर साव, शंकर प्रसाद महतो, भोला महतो उर्फ फलजीत, राजकुमार महतो, रज्जाक अंसारी, डाॅ जासिम अंसारी, इसराइल अंसारी, मोबिन अंसारी के साथ दोनों समुदाय के लोग शामिल थे. मार्च ग्रामीण उत्क्रमित कन्या विद्यालय बेको से निकला, जो ईदगाह टांड़ छोटी चौकी तक गया.