बगोदर : बगोदर के बरांय निवासी प्रवासी मजदूर कलाम अंसारी (35) का शव 21 दिनों के बाद दुबई से गुरुवार देर रात गांव पहुंचा. शव पहुंचते ही परिजन दहाड़ मारकर रोने लगे. इससे गांव में मातम छा गया है. कलाम अंसारी की मौत 12 अप्रैल 2019 को दुबई में हो गयी थी. घटना के बाद कंपनी द्वारा शव को गांव भेजने में आनाकानी की जा रही थी, लेकिन वहां काम कर रहे स्थानीय लोगों की पहल पर गुरुवार को शव गांव पहुंचा.
बताया जाता है कि कलाम अंसारी दुबई में केइसी कंपनी में बीते 2015 से ही काम कर रहा था. पिछले साल वह घर भी आया था और पुन: काम करने दुबई गया था. घटना के बाद से शव को वहां से भेजवाने के लिए परिजन प्रतिदिन स्थानीय प्रतिनिधियों व नेताओं से गुहार लगा रहे थे. 21 दिनों के बाद उसका शव गांव पहुंचा. सूचना पाकर पूर्व विधायक विनोद कुमार सिंह व भाकपा माले नेता शेख तैयब बरांय पहुंचे और मृतक के परिजनों को ढांढस बंधाया.
उन्होंने मृतक के परिजनों को हरसंभव मदद करने का आश्वासन भी दिया. मौके पर रामेश्वर साव, पंसस महेंद्र साव, कलाम अंसारी, दुलाल अंसारी आदि भी पहुंचे. इधर, घटना के बाद कलाम अंसारी की दो पुत्री को नि:शुल्क शिक्षा देने का बीड़ा इंडियन पब्लिक स्कूल ने उठाया है. देनों बच्चियों को विद्यालय परिवार द्वारा दसवीं तक की शिक्षा नि:शुल्क दी जायेगी.