मेराल : मेराल प्रखंड के रेजो, करकोमा, हासनदाग आदि गांव में नीलगाय के आतंक से किसानों की कमर टूट रही है़ उक्त गांव में दो दर्जन से अधिक की संख्या में नीलगाय का झुंड घूम रहा है़ इनकी ओर से गेहूं, चना, मसूर व अरहर की सैकड़ों एकड़ में लगी फसल को नुकसान पहुंचाया जा रहा है.
इस संबंध में किसान रेजो गांव के अलख नारायण चौबे, राजीव रंजन चौबे, रंजन चौधरी, रामाशंकर चौबे, परशुराम चौबे, अवध किशोर चौबे, करकोमा गांव के संजय कुमार तिवारी, विजय तिवारी, हासनदाग गांव के दुखन चौधरी, राजबली चौधरी, बृजमोहन चौबे आदि ने बताया कि दो दर्जन से अधिक नीलगायों के झुंड द्वारा रात में आकर गेहूं, चना, मसूर व अरहर की लगी फसल व खेती को खाया जा रहा है.
किसानों ने वन विभाग से नीलगाय पर नियंत्रण करने व फसल के हुए नुकसान की भरपाई करने की मांग की है. इधर हासनदाग पंचायत के मुखिया दुखन चौधरी व करकोमा पंचायत के मुखिया सावित्री देवी ने बताया कि नीलगाय के आतंक से किसानों की कमर टूट गयी है़ वन विभाग ने नीलगाय के रोकथाम के लिए कोई सार्थक पहल नहीं कर रहा है़